भारत (India) और मालदीव (Maldives) ने द्वीप राष्ट्र से भारतीय सैन्यकर्मियों की वापसी की प्रक्रिया की शुक्रवार को समीक्षा की. मालदीव ने कहा कि भारत 10 मई तक अपने सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया पूरी कर लेगा. दोनों पक्षों ने दिल्ली में द्विपक्षीय उच्च स्तरीय कोर समूह की चौथी बैठक की. भारत ने पहले ही अपने उन कुछ सैन्यकर्मियों को वापस बुला लिया है जो हिंद महासागर द्वीपसमूह में तीन विमानन प्लेटफार्मों का संचालन कर रहे थे.
सैन्यकर्मियों का स्थान असैन्य तकनीकी विशेषज्ञों ने ले लिया. भारतीय कर्मी मालदीव में तीन विमानन प्लेटफार्मों का संचालन कर रहे थे और भारत अब उन्हें संचालित करने के लिए असैन्य कर्मियों को तैनात कर रहा है.
मुइज्जू ने 10 मई तक वापसी की समय सीमा तय की थी
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने अपने देश से भारतीय सैन्यकर्मियों की वापसी के लिए 10 मई की समय सीमा तय की थी.
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कहा, ‘‘दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय सहयोग से संबंधित व्यापक मुद्दों पर अपनी चर्चा जारी रखी. इसमें रक्षा सहयोग, विकास सहयोग परियोजनाएं, द्विपक्षीय व्यापार और निवेश बढ़ाने के प्रयास और क्षमता निर्माण पहल शामिल हैं.''
मालदीव के विदेश मंत्रालय ने कहा कि बैठक में दोनों पक्षों ने मौजूदा द्विपक्षीय सहयोग की भी समीक्षा की.
इसने कहा, ‘‘विकास और रक्षा सहयोग सहित आपसी हित के कई मुद्दों पर चर्चा हुई.''
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