लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी देश के नए सेना प्रमुख होंगे. लेकिन आप को यह जानकर हैरानी होगी कि देश के होने वाले नए सेना प्रमुख का रिश्ता आदिवासी बाहुल्य सरगुजा जिला के अम्बिकापुर से भी है. होने वाले सेना प्रमुख ने अम्बिकापुर के सरस्वती शिशु मंदिर से अध्ययन किया है और अपने बाल्यकाल के कुछ साल अम्बिकापुर में भी बिताए हैं. इसे लेकर अम्बिकापुर वासियों में जबरदस्त उत्साह है और सोशल मीडिया में इन दिनों इसे लेकर लोग एक दूसरे को बधाई देते हुए काफी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.
जनरल मनोज पांडे की लेंगे जगह
दरअसल, वो जनरल मनोज पांडे की जगह लेंगे. लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी को चीन और पाकिस्तान से लगी सीमाओं का बेहतर ऑपरेशनल अनुभव है. वर्तमान में वह सेना के वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टॉफ के रूप में काम कर रहे हैं. जनरल मनोज पांडे 30 जून को रिटायर होने वाले हैं. वरिष्ठता के आधार पर उपेंद्र द्विवेदी को इस पद के लिए चुना गया है. वर्तमान में वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टॉफ के रूप में कार्यरत लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी को 30 जून से अगला सेना प्रमुख नियुक्त किया है.
अम्बिकापुर के सरस्वती शिशु मंदिर में की है पढ़ाई
लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी अम्बिकापुर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर के पूर्व छात्र रहे हैं. उन्होंने 43 वर्ष पूर्व 1972 में शिशु मंदिर में कक्षा पांच की पढ़ाई की थी. उनके पिता श्रीकृष्ण द्विवेदी खनिज अधिकारी थे तथा अपने स्थानांतरण के दौरान वो अंबिकापुर में आए थे. मूलतः रींवा मध्यप्रदेश के निवासी उपेन्द्र द्विवेदी अपने गांधी चौक स्थित शासकीय आवास में रहते थे.
अम्बिकापुर में एक साल रहे थे उपेंद्र द्विवेदी
एक वर्ष रहने के बाद पिता का वापस रीवां क्षेत्र में तबादला होने पर वो यहां से चले गए और पांचवी की प्राविण्यता के आधार पर सैनिक स्कूल रींवा में छठवीं में प्रवेश ले लिया और वहीं से हायर सेंकडरी पास कर सैन्य कॉलेज में स्नातक उपरांत भारतीय सेना में कमीशन लिया. जनरल द्विवेदी के बड़े भाई पीसी द्विवेदी डॉक्टर, मझंले अधीक्षण अभियंता होकर रिटायर हुए. उनकी सबसे छोटी बहन भी डॉक्टर है. अंबिकापुर और सैनिक स्कूल रीवां के लिए यह बड़े गर्व का विषय है.
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