महाराष्ट्र के लातूर की एक पॉश हाउसिंग सोसाइटी. करीब आधा बंद मकान. आधी खुली खिड़कियां, जलती लाइटें, चलते पंखे. बेतरतीब ढंग से पार्क किए गए स्कूटर... ये किसी फिल्म का सीन नहीं, बल्कि NEET-UG पेपर लीक करने वाले आरोपियों में शामिल इरन्ना कोंगलवार के घर का हाल है.
NDTV ने बुधवार को आरोपी घर इरन्ना कोंगलवार के घर का दौरा किया. जिस तरह से कुछ लाइटें अभी भी जल रही थीं और खिड़कियां खुली थीं, उससे ऐसा लग रहा था कि कोंगलवार और उनका पुलिस और जांच एजेंसी की सूचना मिलते ही जल्दी में घर छोड़कर चले गए थे.
शनिवार को परिवार के साथ छोड़ा घर
इरन्ना कोंगलवार के पड़ोसी ने NDTV को बताया कि कोंगलवार अपनी पत्नी, बेटे और दो बेटियों के साथ शनिवार सुबह ही कुछ सामान लेकर चले गए. कहां गए? इसकी किसी को जानकारी नहीं है. पड़ोसियों के मुताबिक, एक बेटी NEET की तैयारी कर रही थी, लेकिन 3 बार फेल रही है.
नांदेड़ के एक कॉलेज में पढ़ाते थे कोंगलवार
कोंगलवार लातूर से करीब 130 किलोमीटर दूर नांदेड़ के एक कॉलेज में पढ़ाते थे. सोमवार को स्थानीय पुलिस ने NEET पेपर लीक केस में उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की. उन पर धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश का आरोप है. इस मामले में पुलिस ने संजय तुकाराम जाधव और जलील उमरखान पठान नाम से दो अन्य आरोपियों की भी पहचान की है. ये दोनों कोंगलवार की तरह ही टीचर हैं और लातुर में कोचिंग सेंटर चलाते थे.
पुलिस के हाथ लगे NEET से जुड़े वॉट्सऐप चैट
पुलिस को इन तीनों आरोपियों के मोबाइल फोन से NEET एग्जाम का एडमिट कार्ड मिला. कुछ वॉट्सऐप चैट भी मिले हैं. ये तीनों कुछ छात्रों और दिल्ली के एक एजेंट के संपर्क में थे. एजेंट ने पैसे के एवज में लोगों से मिलाने का इंतजाम किया था.
स्कोरकार्ड से धांधली का हुआ खुलासा
राजस्थान के कोटा की एक कोचिंग तैयारी कर रहे अनुराग यादव को 720 में सिर्फ 185 अंक मिले. उसके स्कोरकार्ड में अलग-अलग विषय के अंकों पर नज़र डालने से धांधली सामने आ गई. अनुराग यादव को फिजिक्स में 85.8%, बायोलॉजी में 51% नंबर मिले. केमेस्ट्री में उसका स्कोर सिर्फ 5% था. साल के अनुराग ने पुलिस की पूछताछ में कबूल किया कि उसे एक दिन पहले क्वेश्चन पेपर मिले थे, लेकिन जाहिर तौर पर उसे सभी उत्तर याद करने का समय नहीं मिला.
'सॉल्वर गैंग' का मास्टरमाइंड भी गिरफ्तार
गिरफ्तार किए गए अन्य लोगों में बिहार का सनीव मुखिया भी शामिल है, जिसे मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. सनीव मुखिया कथित तौर पर रवि अत्री के साथ मिलकर एक 'सॉल्वर गैंग' चलाता था. अत्री को भी अलग मामले में गिरफ्तार किया गया है. वह उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल परीक्षा पेपर लीक का भी आरोपी है.
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एंटी पेपर लीक कानून भी लागू
सरकार ने 21 जून को पेपर लीक को लेकर नए कानून की अधिसूचना भी जारी की है. लोक परीक्षा कानून 2024 के लागू होने के बाद सार्वजनिक परीक्षा में अनुचित साधनों का इस्तेमाल करने पर 3 से 5 साल की सजा और 10 लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है.
सभी परीक्षाएं कानून के दायरे में
विधेयक के दायरे में यूपीएससी, एसएससी, रेलवे द्वारा आयोजित प्रतियोगी परीक्षाएं, बैंकिंग भर्ती परीक्षाएं और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित सभी कम्प्यूटर आधारित परीक्षाएं आएंगी.
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