NEET पेपर लीक मामले में CBI ने की 7वीं गिरफ्तारी, धनबाद से पकड़ा गया साजिशकर्ता

अधिकारियों ने बताया कि इस मामले के सिलसिले में केंद्रीय एजेंसी ने छठी गिरफ्तारी की है.

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नई दिल्ली:

केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) प्रश्नपत्र लीक मामले में कथित सह-साजिशकर्ता अमन सिंह को झारखंड के धनबाद से गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई को कथित तौर पर प्रश्न पत्र लीक में शामिल झारखंड में सक्रिय मॉड्यूल के बारे में खुफिया जानकारी मिली थी, जिसके बाद सिंह को गिरफ्तार किया गया.

अधिकारियों ने बताया कि इस मामले के सिलसिले में केंद्रीय एजेंसी ने छठी गिरफ्तारी की है.

अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने इससे पहले हजारीबाग में स्थित ओएसिस स्कूल के प्रधानाचार्य, उप प्रधानाचार्य और कथित तौर पर नीट परीक्षार्थियों को ठहरने के लिए वह फ्लैट उपलब्ध कराने वाले दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था, जहां से बिहार पुलिस ने जले हुए प्रश्नपत्र बरामद किए थे.

सीबीआई ने इस मामले में छह प्राथमिकी दर्ज की है. बिहार में दर्ज प्राथमिकी प्रश्न पत्र लीक होने से संबंधित है, जबकि गुजरात और राजस्थान में दर्ज प्राथमिकी परीक्षार्थी के स्थान पर किसी दूसरे व्यक्ति के परीक्षा देने और धोखाधड़ी से संबंधित हैं.

राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए नीट-यूजी का आयोजन करती है.

इस साल पांच मई को 571 शहरों के 4,750 केंद्रों पर यह परीक्षा आयोजित की गई थी, जिनमें 14 विदेशी शहर भी शामिल थे. इस परीक्षा में लगभग 24 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे.

कुल 67 छात्रों ने पूरे 720 अंक प्राप्त किए थे, जो एनटीए के इतिहास में अभूतपूर्व है. हरियाणा के एक कोचिंग सेंटर के छह छात्रों ने पूरे 720 अंक हासिल किए थे, जिससे परीक्षा में अनियमितताओं का संदेह पैदा हुआ. आरोप है कि ‘ग्रेस मार्क्स' (कृपांक) दिए जाने की वजह से 67 छात्रों ने पूरे 720 अंक हासिल किए.

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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