राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा (NEET-UG) के मामले में नीट अभ्यर्थियों ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) को चिट्ठी लिखी है. चिट्ठी में सरकार पर सुप्रीम कोर्ट के 18 जुलाई के आदेश का पालन नहीं करने का आरोप लगाया गया है.
अभ्यर्थियों ने पत्र में कहा है कि NTA ने छात्रों के रोल नंबर वेबसाइट पर प्रकाशित नहीं किए. चिट्ठी में NTA से छात्रों के रोल नंबरों को भी प्रकाशित करने की मांग की गई है.
चिट्ठी में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में NTA को छात्रों की पहचान छुपाते हुए पूरा परिणाम अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित करने का निर्देश दिया था. हालांकि NTA ने परिणाम जारी कर दिए हैं, लेकिन छात्रों के रोल नंबर छोड़ दिए हैं.
पत्र में कहा गया है कि, रोल नंबरों को शामिल करने से छात्र की पहचान से समझौता नहीं होता है. एनटीए ने रोल नंबरों को सीरियल नंबरों से बदल दिया है, जो संबंधित केंद्रों पर मूल रोल नंबरों के साथ क्रमिक रूप से संरेखित नहीं हैं.
सीरियल नंबरों में जानबूझकर किया गया यह फेरबदल सूचना तक सार्वजनिक पहुंच को बाधित करने के उद्देश्य से प्रतीत होता है, जिससे याचिकाकर्ताओं और छात्रों को 22 जुलाई 2024 को होने वाली आगामी सुनवाई मेंसुप्रीम कोर्ट की प्रभावी ढंग से सहायता करने से रोका जा सके.
चिट्ठी में एनटीए से अनुरोध किया जाता है कि वह व्यापक डेटा विश्लेषण की सुविधा के लिए परिणामों को इस तरह से अपलोड करें जिसमें शहर और केंद्र द्वारा वर्गीकृत रोल नंबर शामिल हों.