NEET Exam Scam 2024: केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने पटना में राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (नीट)-स्नातक 2024 के आयोजन में कथित अनियमितताओं के संबंध में बुधवार को बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई से रिपोर्ट मांगी. सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई चल रही है. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने काउंसलिंग (NEET Counseling 2024) पर रोक नहीं लगाई है. जुलाई महीने के प्रथम हफ्ते में काउंसलिंग शुरू होगी. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (National Testing Agency) को फटकार भी लगाई है. वहीं केंद्र सरकार ने कल देर रात जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि वो बिहार पुलिस के आर्थिक अपराध इकाई से प्रश्न पत्र लीक मामले में और जानकारी ले रही हैं, जिसके आधार पर वो कोई फ़ैसला लेगी.
दरअसल बिहार जैसे राज्यों में प्रश्नपत्र लीक होने और इस प्रतिष्ठित परीक्षा में अन्य अनियमितताओं के आरोप लगे हैं. इन आरोपों के कारण कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए हैं और कई उच्च न्यायालयों के साथ-साथ उच्चतम न्यायालय में भी याचिकाएं दायर की गई हैं. मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘पटना में परीक्षा के आयोजन में कथित अनियमितताओं के संबंध में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है. रिपोर्ट मिलने के बाद सरकार आगे की कार्रवाई करेगी.''
अधिकारी ने कहा, ‘‘सरकार परीक्षाओं की शुचिता सुनिश्चित करने और छात्रों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. यह फिर से कहा जाता है कि इस मामले में संलिप्त पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति या संगठन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.''
करीब 24 लाख उम्मीदवार ने दिया है एग्जाम
यह परीक्षा पांच मई को 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी और इसमें करीब 24 लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे. इसके नतीजे 14 जून को घोषित किये जाने की उम्मीद थी, लेकिन उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन पहले ही पूरा हो जाने के कारण नतीजे 4 जून को ही घोषित कर दिये गए थे.
ग्रेस मार्क पर मचा बवाल
नीट-यूजी, 2024 परीक्षा में 67 छात्रों को 720 अंकों में से पूरे अंक मिले हैं जो कि नीट के इतिहास में अभी तक नहीं हुआ. इनमें से छह छात्रों ने हरियाणा के फरीदाबाद के एक ही केंद्र पर परीक्षा दी थी जिसके बाद अनियमितताओं को लेकर संदेह पैदा होने लगा.
विवाद होने पर नीट-यूजी, 2024 के 1,563 अभ्यर्थियों को ग्रेस मार्क देने के फैसले को निरस्त कर दिया गया है और उन्हें 23 जून को पुन: परीक्षा देने का विकल्प दिया गया है. केंद्र ने कहा कि यदि इन 1,563 छात्रों में से कोई परीक्षार्थी पुन: परीक्षा नहीं देना चाहता तो परिणाम में उसके मूल अंकों को शामिल किया जाएगा जिसमें ग्रेस मार्क जुड़े नहीं होंगे.
दिल्ली में 10 जून को बड़ी संख्या में छात्रों ने प्रदर्शन किया था और कथित धांधली की जांच की मांग की थी. आरोप हैं कि कृपांक की वजह से 67 छात्र परीक्षा में अव्वल आए हैं.
यूजीसी-नेट परीक्षा हुई रद्द
शिक्षा मंत्रालय ने बुधवार को राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित यूजीसी-नेट परीक्षा रद्द करने का आदेश दिया है और मामले को गहन जांच के लिए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपा गया है. यूजीसी-नेट परीक्षा इसलिए रद्द की गई कि ऐसी जानकारी मिली थी कि परीक्षा की शुचिता से समझौता किया गया है. मंत्रालय का यह फैसला, मेडिकल प्रवेश परीक्षा ‘नीट' (राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा) में कथित अनियमितताओं को लेकर उपजे बड़े विवाद के बीच आया है और यह मुद्दा अब उच्चतम न्यायालय में है. (भाषा इनपुट के साथ)
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