"...मेरा नाम अनुराग यादव है, मेरी उम्र 22 वर्ष की है. मैं अपना बयान बिना भय, दबाव, लोभ लालच के शास्त्रीनगर थाने पर दरोगा जी के समक्ष दे रहा हूं. मैं नीट परीक्षा की तैयारी कोटा में एलेन कोचिंग सेंटर से कर रहा था. मेरे फूफा सिकंदर प्रसाद यादवेंदु नगर परिषद दानापुर में जूनियर इंजिनियर के पद पर कार्यरत हैं. मेरे फूफा द्वारा बताया गया कि 05. 05.24 को नीट की परीक्षा हैं, कोटा से वापस आ जाओ. परीक्षा की सेटिंग हो चुकी है. मैं कोटा से वापस आया तथा मेरे फूफा ने 04.05.24 को रात्रि में अमित आनंद एवं नीतिश कुमार के पास मुझे छोड़ दिया. जहां पर नीट परीक्षा का प्रश्न पत्र एवं उत्तर पुस्तिका दी गई एवं रात्रि में पढ़वाया एवं रटवाया गया. मेरा सेंटर डी.वाई. पाटिल स्कूल में था. मैं स्कूल में परीक्षा देने गया था, तो जो प्रश्न पत्र रटवाया गया था. वही प्रश्न सही-सही परीक्षा में आए. परीक्षा के उपरांत अचानक पुलिस आई तथा मुझे पकड़ लिया. मैं अपना अपराध स्वीकार कर दिया है. यही मेरा बयान हैं..."
दूसरे आरोपी का बयान
बिहार पुलिस ने पांच मई को आयोजित राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा (नीट)-स्नातक के कथित प्रश्न पत्र लीक मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. दूसरे आरोपी ने पुलिस के सामने अपने कबूलनामे में कहा..."मेरा नाम नीतीश कुमार है और मेरी उम्र 32 वर्ष की है. मैं अपना बयान बिना भय एवं दबाव, बिना लोभ लालच के शास्त्रीनगर थाने के दरोगा जी के समक्ष दे रहा हूं. मेरी दोस्ती नगर परिषद दानापुर में कार्यरत जूनियर इंजिनियर के पद पर सिकंदर प्रसाद यादवेंदु से हुई. बातचीत के सिलसिले में मैंने बताया कि किसी भी प्रतियोगिता परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक कर बच्चा को पास कराता हूं. सिकंदर ने बताया कि मेरे पास भी 04-05 लड़का हैं, जिसे आप परीक्षा में पास करा दीजिए, जो नीट की तैयारी कर रहा है. उसे पास करा देना हैं. इसके बदले अमित आनंद तथा हमने बताया कि 30-32 लाख रूपया लगेगा तो सिकंदर तैयार हो गया. बताया कि 04 लड़का हम आपको देंगे. इसी बीच नीट परीक्षा आई और सिकंदर द्वारा बताया गए चारों लड़कों को बुलाया गया".
"अमित ने चारों को 04.05.24 के रात्रि में बुलाया. नीट परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक करवाकर सभी बच्चों को उत्तर के साथ पढ़वाया एवं रटवाया गया. पुलिस ने सिकंदर को पकड़ लिया और उनकी निशानदेही पर हम लोग भी पकड़े गए. जहां पर प्रश्न पत्र एवं उत्तर सामग्री को पढ़ाया जा रहा था, प्रश्न एवं उत्तर के जले हुआ अवशेष भाग को पुलिस द्वारा जब्त किया गया हैं. मैं बी.पी.एस.सी की परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक कराने एवं कदाचार के आरोप में आर्थिक अपराध इकाई बिहार पटना से वर्ष 2024 में जेल गया हूं. मैं अपना अपराध स्वीकार किया है. यही मेरा बयान हैं. मैं अपना बयान पढ एवं समझ कर, सही लिखा पाकर, हस्ताक्षर किए हैं".
तीसरे आरोपी का बयान
"...मेरा नाम अमित आनन्द है, मेरी उम्र 29 वर्ष की है. मैं अपना बयान बिना भय एवं दबाव, बिना लोभ लालच के शास्त्रीनगर थाना पर दरोगा जी के समक्ष दे रहा हूं. मेरी दोस्ती पटना में नगर परिषद जूनियर इंजीनियर दानापुर में कार्यरत सिकंदर यादव से हुई. जिनसे मेरा मुलाकात नगर परिषद दानापुर के कार्यालय में नीतिश कुमार के साथ हुई. वहीं पर कुछ अपना निजी कार्य लेकर गया था, बातचीत के सिलसिले में बताया कि किसी भी प्रतियोगिता परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक कर बच्चा को पास कराता हूं. बातचीत के कम में सिकंदर यादव द्वारा बताया गया कि मेरे पास भी 04-05 लड़का हैं, जिसे आप परीक्षा में पास करा दीजिए, जो नीट की तैयारी कर रहा है. उसे पास करा देना हैं. इसके बदले मैं और नीतिश कुमार ने बताया कि 30-32 लाख रुपये लगेगा तो सिकंदर तैयार हो गए. बताया कि 04 लड़का हम आपको देंगे".
"इसी बीच नीट का परीक्षा आई सिकंदर द्वारा बताया गए चारों लड़कों को 04.05.24 के रात्रि में बुलाया. जहां पर नीट परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक करवाकर सभी बच्चों को उत्तर के साथ पढ़वाया एवं रटवाया जा रहा था. सिकंदर को पुलिस द्वारा पकड़े जाने पर सिकंदर के निशानदेही पर हमलोग भी पकड़े गए. हमारे किराये के मकान कुलदीप बीमा आदित्य अपार्टमेंट के फ्लैट नं0-202 से विभिन्न परीक्षा के एडमिट कार्ड एवं नीट परीक्षा के प्रश्न एवं उत्तर के जले हुए अवशेष पुलिस द्वारा जब्त किया गए हैं. मैंने पहले भी इस तरह का काम किया है. मैं अपना अपराध स्वीकार करता हूं. यही मेरा बयान हैं. मैं अपना बयान पढ़ एवं समझकर, सही लिखा पाकर, अपने हस्ताक्षर किए हैं".
चौथे आरोपी का बयान
"मेरा नाम सिकंदर यादव है और मेरी उम्र 56 वर्ष की है. मैं अपना बयान बिना भय एवं दबाव, बिना लोभ लालच के शास्त्रीनगर थाना पर दरोगा जी के समक्ष दे रहा हूं. मेरी दोस्ती अमित आनंद और नीतिश कुमार से मेरे नगर परिषद कार्यालय में हुई थी. हम कार्यालय में मुलाकात के उपरांत काफी देर तक अपनी-अपनी बात साझा करते रहे. इसी बीच मुझे अमित आनंद और नीतिश कुमार द्वारा बताया गया कि- "मैं किसी भी परीक्षा/प्रतियोगिता में प्रश्न पत्र आउट कराकर बच्चा को पास करा देता हूं. जब मैंने नीट परीक्षा के विषय में बताया तो उन्होंने बताया कि मैं नीट परीक्षा पास कराने के लिए 30-32 लाख रूपया लूंगा. मैं सहमत हो गया. बीच-बीच में हम लोगों की मुलाकात होती रही. हमने बताया कि मेरे पास चार लड़को हैं- 01. आयुष कुमार, उम्र-19 वर्ष. 02. अनुराग यादव, उम्र-22 वर्ष. 03. अभिषेख कुमार, उम्र-21 वर्ष. 04. शिवनंदन कुमार, उम्र-19 वर्ष. इन सबको मैं दिनांक-04 एवं 05.05.24 के रात्रि में रामकृष्णा नगर में जाने को कहा. अमित आनंद एवं नीतिश कुमार द्वारा उत्तर रटवाए गए. मैंने लोभ लालच के चलते 30-32 लाख की जगह प्रत्येक लड़के से 40-40 लाख रूपया की बात की थी. 05.05.24 को बेली रोड राजवंशी नगर के पास वाहन चेकिंग के दौरान शास्त्रीनगर थाना के पुलिस द्वारा मुझे सभी लड़कों के एडमिट कार्ड के साथ रेनाल्ड डस्टर गाड़ी के साथ पकड़ लिया गया तथा पुलिस के समक्ष अपना अपराध स्वीकार किया. यही मेरा बयान हैं. मैं अपना बयान पढ एवं समझ कर सही लिखा पाकर अपना हस्ताक्षर बना दिया".
नीट पेपर लीक मामले को लेकर दिल्ली से लेकर पटना तक राजनीति गर्म है. परीक्षा रद्द कराने की मांग को लेकर छात्र सड़कों पर उतर रहे हैं. इस बीच, पेपर लीक मामले को लेकर रोज खुलासे भी हो रहे हैं. ऊपर उन चार आरोपियों के बयान हैं जिन्हें बिहार पुलिस ने नीट पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किया है. आपको बता दें कि इस मामले में बिहार पुलिस ने अभी तक कुल 14 गिरफ्तारी की हैं.
आरोपियों के कबूलनामे के अनुसार परीक्षा से एक दिन पहले ही उन्हें प्रश्नपत्र मिल गया था और परीक्षा में जो प्रश्नपत्र मिले थे, वही पेपर उन्हें एक दिन पहले मिला था.
Video : NET Paper Leak Case में लखनऊ यूनिवर्सिटी के छात्रों ने बताया, '5-5 10-10 हज़ार में मिल रहे थे पेपर'