छत्तीसगढ़ समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव (Chhattisgarh Assembly Elections 2023) को 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव (Loksabha Elections 2024) के सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है. छत्तीसगढ़ की बात की जाए, तो यहां कांग्रेस (Congress) और बीजेपी (BJP) में टक्कर देखने को मिल रही है. चुनाव से पहले जनता का मूड और विभिन्न मुद्दों पर उनकी राय जानने के लिए NDTV ने CSDS और लोकनीति के साथ मिलकर एक ओपनियन सर्वे किया है.
छत्तीसगढ़ में पिछले पांच साल के कामकाज की बात की जाए, तो करीब 75 फीसदी लोग भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel)सरकार के काम से संतुष्ट नजर आए. सर्वे में शामिल 34% लोगों का कहना है कि वे बघेल सरकार के काम से पूरी तरह से संतुष्ट हैं, जबकि 45% कुछ हद तक संतुष्ट नज़र आए.
क्या फिर सीएम बन पाएंगे बघेल?
क्या भूपेश बघेल को छत्तीसगढ़ की जनता वापस मुख्यमंत्री की कुर्सी पर देखना चाहती है? सर्वे में पूछे गए इस सवाल के जवाब में 39 फीसदी लोग भूपेश बघेल के साथ गए. 24 फीसदी लोगों ने बीजेपी नेता रमन सिंह के नाम का समर्थन किया. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और प्रदेश अध्यक्ष रहे बृजमोहन अग्रवाल को लेकर भी लोगों से सवाल पूछा गया. उन्हें 8 फीसदी लोग मुख्यमंत्री की कुर्सी पर देखना चाहते हैं. कांग्रेस के दूसरे बड़े नेता टीएस सिंह देव की बात करें, तो केवल 4 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्हें सीएम की कुर्सी पर होना चाहिए.
बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया गया है. ऐसे में वहां के लोगों से एक और सवाल किया गया कि क्या बीजेपी से किसी और नेता को वो लोग सीएम की कुर्सी पर देखना चाहते हैं. इसके जवाब में 7 फीसदी लोगों ने 'हां' में जवाब दिया.
बेरोजगारी और महंगाई सबसे बड़े चुनावी मुद्दे
राजस्थान और मध्य प्रदेश की तरह छत्तीसगढ़ की जनता के लिए भी बेरोजगारी और महंगाई सबसे बड़े चुनावी मुद्दे हैं. 28 फीसदी लोगों ने बेरोजगारी तो 14 फीसदी लोगों ने महंगाई को बड़ा मुद्दा बताया है. गरीबी को 12 फीसदी, पेयजल को 8 फीसदी, विकास में कमी को 6 फीसदी, 6 फीसदी नाखुश किसान और 26 फीसदी ने अन्य मुद्दों को चुनावी मुद्दा माना है.
रोजगार देने को लेकर बघेल सरकार का काम कैसा?
छत्तीसगढ़ सरकार ने रोजगार देने को लेकर कैसे काम किया? इस सवाल के जवाब में 40 फीसदी लोगों ने कहा कि पिछले पांच साल में बेरोजगारी बढ़ी है, वहीं 20 फीसदी ने कहा कि बेरोजगारी घटी है. इसके अलावा 35 फीसदी लोगों का मानना है कि प्रदेश में बेरोजगारी का आलम पहले जैसा ही है.
छत्तीसगढ़ में दो चरणों में मतदान होगा. पहले चरण में 7 नवंबर और दूसरे चरण में 17 नवंबर को वोटिंग होगी. इस सर्वे के लिए 24-30 अक्टूबर के बीच 25 विधानसभा क्षेत्रों के 2541 लोगों से सवाल पूछे गए थे.