NDTV का असर : सीढ़ियों पर रहने को मजबूर मकान मालिक को आखिरकार मिला अपना घर

एनडीटीवी ने दिखाया था कि विवाद के चलते मकान मालिक को अपने ही घर के बाहर बेगानों की तरह रहना पड़ रहा है. मकान मालिक ने ट्वीट करके कहा था कि उसके घर में ही किराएदार उसे अंदर जाने से रोक रहा है.

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नई दिल्ली:

ग्रेटर नोएडा की एक सोसाइटी में अपने घर के बाहर सीढ़ियों पर एक सप्ताह से ज्यादा समय बिताने वाले बुजुर्ग दंपति गुरुवार रात घर में घुस पाए. लेकिन इसके लिए उन्हें करीब एक सप्ताह तक अपने घर के बाहर सीढ़ियों पर सामान के साथ रहने को मजबूर होना पड़ा था. दंपति - सुनील कुमार और राखी गुप्ता - ग्रेटर नोएडा के सेक्टर 16 बी में श्री राधा स्काई गार्डन सोसाइटी में 15 वीं मंजिल पर एक फ्लैट के मालिक हैं, लेकिन एक महिला किरायेदार के साथ लड़ाई के कारण घर में नहीं घुस पा रहे थे. दंपति ने एनडीटीवी को बताया था कि रेंट एग्रीमेंट एक महीने पहले खत्म हो गया था, फिर भी महिला उन्हें अपने घर में घुसने नहीं दे रही थी.

आखिर अपने घर में घुसने के बाद दंपति बहुत खुश है. हाउसिंग सोसाइटी के अन्य सदस्यों के अनुसार उनके गालों पर खुशी के आंसू छलक पड़े. उन्होंने तस्वीरें भी क्लिक करवाईं. 

नोएडा में किराएदार के साथ विवाद, मकान मालिक को अपने फ्लैट के सामने ही बेगानों की तरह पड़ रहा है रहना 

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हालांकि, किरायेदार ने अभी तक अपना सामान घर से नहीं हटाया है और ऐसा करने के लिए एक और दिन मांगा है. दंपति ने किराएदार की मांग को मान लिया.

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इस बीच, राखी गुप्ता ने ट्विटर पर एक बयान पोस्ट कर उन सभी का धन्यवाद किया जिन्होंने उनका साथ दिया.

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गुरुवार को एनडीटीवी से बात करते हुए, दोनों ने कहा था कि किरायेदार ने फ्लैट खाली करने का आश्वासन दिया था, लेकिन उन्हें भरोसा नहीं था कि वह अपना वादा निभाएगा. 

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राखी गुप्ता अपनी पीड़ा के बारे में बात करते हुए बार-बार रो पड़ी थीं. 'हमने जुलाई 2021 में प्रीति को अपना फ्लैट किराए पर दिया था. लीज की अवधि 11 महीने थी, जो पिछले महीने समाप्त हो गई थी. और हमने उसे दो महीने पहले फ्लैट खाली करने के लिए भी कहा था क्योंकि हमें यहां शिफ्ट होना था. लेकिन उसने ऐसा कुछ नहीं किया और उसे टालती रही.'

सुनील कुमार मुंबई में भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) में काम करते थे और इस साल मार्च में रिटायर हो गए. किराएदार के आश्वासन पर वे मुंबई से ग्रेटर नोएडा शिफ्ट हो गए. दंपति ग्रेटर नोएडा आने के बाद अपने एक रिश्तेदार के यहां रुके थे, इस उम्मीद में कि महिला फ्लैट खाली कर देगी.

सुनील कुमार ने कहा कि रेंट एग्रीमेंट सही था. 'यह इस साल 10 जून को समाप्त हो गया और हमने दो महीने पहले 19 अप्रैल को किरायेदार को सूचित करते हुए सभी प्रक्रियाओं का पालन किया. उसने 'ठीक' कहकर मेरे मैसेज का जवाब दिया और हम उसके आश्वासन पर अपने सभी सामानों के साथ यहां आ गए.'

दंपति ने पुलिस से संपर्क किया था, लेकिन उन्होंने कहा कि यह एक दीवानी मामला है और उन्हें अदालत का दरवाजा खटखटाने के लिए कहा.
 

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