Lok Sabha Election 2024 : आने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर एनडीटीवी के विशेष कार्यक्रम 'NDTV इलेक्शन कार्निवल' (NDTV Election Carnival) में शनिवार को लखनऊ में सार्वजनिक मंच पर बहस हुई. कार्यक्रम में बीजेपी के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी, समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता मनोज काका और कांग्रेस के प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने अपने-अपने दलों का पक्ष रखा. राजपूत ने कहा कि, इंडिया गठबंधन का साझा घोषणा पत्र जल्दी आएगा.
कांग्रेस के प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि इंडिया ब्लॉग एक साथ चुनाव लड़ रहा है. उन्होंने कहा कि इस बार के चुनाव में व्यक्तित्व की जगह मुद्दे प्रभावी हैं. उन्होंने कहा कि एक करोड़ बच्चे सड़क पर हैं और पेपर लीक का दंश झेल रहे हैं. उन्होंने कहा कि विषयान्तर करने के लिए भाजपा 400 पार का नारा दे रही है, लेकिन इस बार उनकी करारी हार होगी, यह तय है. मुद्दे आज जनता के बीच हैं. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में क्षेत्रीय पंचायतें हो रही हैं. बीजेपी उस मदारी की तरह है जो हर चौराहे पर अलग-अलग डमरू बजाता है. भाजपा ने 2014 में अलग डमरू बजाया, 19 में अलग और अब 24 में अलग डमरू बजा रही है.
राजपूत ने कहा कि, अभी हमारा घोषणा पत्र जारी हुआ है, कल समाजवादी पार्टी का घोषणा पत्र जारी हुआ है. इसके बाद सारे दलों के साथ मिलकर कॉमन मिनिमम प्रोग्राम होगा. घोषणा पत्र 90 प्रतिशत सभी का समान है. हमारा साझा घोषणा पत्र जल्दी आएगा.
उन्होंने कहा कि, हमारे पास संसाधन नहीं है. इलेक्टोरल बॉन्ड पर सबसे बड़ा भ्रष्टाचार, सबसे बड़ी भ्रष्टाचारी पार्टी ने किया है. इसमें ऐसे-ऐसे लोगों से इलेक्टोरल बॉन्ड लिए हैं, जिन पर पहले इनकम टैक्स की रेड डाली, ईडी की रेड डाली, सीबीआई की रेड डाली.. और उसके बाद 8900 करोड़ रुपये ये लेकर के बैठे हैं. चंदे से धंधा करते हैं. ऐसी भ्रष्टाचारी पार्टी के खिलाफ हम लोग गांव-गांव जा रहे हैं. हम लोग जनता के नेतृत्व में जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि, इलेक्टोरल बॉन्ड सभी के पास आए हैं. विपक्ष के पास कोई ताकत नहीं है किसी को ईडी से छुड़ाने की, विपक्ष के पास कोई ताकत नहीं है सीबीआई की रेड करवाने की... इन लोगों के पास इनकम टैक्स की रेड करवाने, जेल में डालने की भी ताकत है. आज तक इतिहास में किसी सत्ताधारी पार्टी ने आरोपी कंपनी से पैसा नहीं लिया है. और अगर किसी ने पैसा लिया तो उसे बहुत बुरा माना गया और उस पार्टी की सरकार चली गई. ऐसे भ्रष्टाचारी लोग आज रैली करेंगे, हम लोग तो पैदल चलेंगे..
उन्होने कहा कि, 20 हजार करोड़ के इलेक्टोरल बॉन्ड में भाजपा को 9000 करोड़ का चंदा मिला है और उनके सहयोगी दलों को लगभग 7000 करोड़ का चंदा मिला है.