EkStep और NDTV 'बचपन मनाओ' (BachpanManao) अभियान लेकर आया है, जो स्पोर्ट्स के जरिए बचपन के विकास की खुशी का जश्न मनाता है. इस कार्यक्रम में बतौर गेस्ट आई डॉ. गायत्री मेनन, प्रिंसिपल फैकल्टी, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन ने बताया कि कैसे खेल बच्चों के विकास के लिए जरूरी होता है. उन्होंने कहा कि गेम ने केवल बच्चों को जीतना बल्कि हारना भी सिखाता है. बच्चों के लिए ये सिखाना भी जरूरी है कि हार होती है. ये एक स्पोर्ट्समैन स्पिरिट है. खेल बच्चे की समग्र क्षमताओं के निर्माण में मदद करता है.
गायत्री मेनन ने बच्चों की सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ने वाले आउटडोर खेल के डिजाइन करने के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि हम बच्चों को जीवन के हर पहलू में सीखने, बढ़ने और आगे बढ़ने में मदद कर सकते हैं.
"पतंग उड़ाना बचपन की याद से जुड़ा है"
'बचपन मनाओ' कार्यक्रम में आए गुजरात, पर्यटन सचिव,राजेंद्र कुमार ने कहा कि मकर संक्रांति सभी के लिए संस्कृति, रचनात्मकता और जुड़ाव का उत्सव है. आउटडोर सीखना स्थायी यादें बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, और पतंग उड़ाने से बेहतर इसे मनाने का और क्या तरीका हो सकता है. कई लोगों के लिए, यह बचपन की एक प्यारी याद है. गुजरात में अंतर्राष्ट्रीय पतंग महोत्सव इस जीवंत परंपरा का जश्न मनाने के लिए सभी उम्र के लोगों को एक साथ लाता है. साथ ही, उन्होंने कहा कि पतंग बनाने की एक मजेदार कार्यशाला भी है, जिसका आप आनंद ले सकते हैं.
यूनिसेफ गुजरात के शिक्षा विशेषज्ञ अमिता टंडन ने कहा कि खेल एक बच्चे के विकास के लिए एक शक्तिशाली उपकरण है - यह संज्ञानात्मक, मोटर और सामाजिक विकास को बढ़ाता है और लचीलापन, टीमवर्क और बातचीत जैसे आवश्यक जीवन कौशल सिखाता है.