देश भर में मॉनसून की बारिश से प्रभावित इलाकों में एनडीआरएफ (NDRF) का राहत और बचाव अभियान जारी है. अधिकतर बाढ़ प्रभावित राज्यों में मानवीय सहायता पहुंचाने और बाढ़ राहत के अभियान चल रहे हैं. पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में एनडीआरएफ मदद में जुटी है. राज्य प्रशासन के समन्वय से बचाव और राहत कार्य के लिए बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब तक एनडीआरएफ की कुल 65 टीमें तैनात की गई हैं.
वर्तमान में एनडीआरएफ की 16 टीमें दिल्ली के बाढ़ प्रभावित जिलों में तैनात हैं. मध्य दिल्ली में 3, उत्तर पूर्वी दिल्ली में 2, दक्षिण पूर्वी दिल्ली में 5, पूर्वी दिल्ली में 4 और शाहदरा में 2 टीमें काम में जुटी हैं. इसके अलावा हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 11-11 टीमें, हरियाणा में 10 टीमें, पंजाब में 8 टीमें और उत्तर प्रदेश में 9 टीमें बचाव अभियान चला रही हैं.
दिल्ली क्षेत्र में अब तक एनडीआरएफ की टीमों ने दुर्गम इलाकों से कुल 1530 लोगों को बचाया है और 912 पशुओं के साथ 6345 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है.
इसके अलावा एनडीआरएफ की टीमें अन्य राज्यों में भी बाढ़ संभावित क्षेत्रों में नियमित बचाव/निकासी अभियान चला रही हैं.
वर्तमान मानसून सीज़न के दौरान एनडीआरएफ ने 2286 से अधिक जिंदगियों को बचाया है और 17,492 लोगों और 1407 पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है.
महत्वपूर्ण लेकिन चुनौतीपूर्ण निकासी में आज नोएडा सेक्टर 135 के हिंदराइज मवेशी आश्रम से कई गायों, बछड़ों, कुत्तों, बकरियों और खरगोशों को, जिनकी कुल संख्या लगभग 221 है, एनडीआरएफ के जवानों ने बचाया. बचाए गए मवशियों में भारत का नंबर 1 बुल "प्रीतम" भी शामिल है. ऑपरेशन अभी भी जारी है.
गत 14 जुलाई को एक और उल्लेखनीय पशुधन बचाव अभियान में एनडीआरएफ कर्मियों ने काफी कठिन चुनौती का सामना करते हुए गायों और भैंसों सहित 130 जानवरों को बचाया. उस्मानपुर इलाके में यह अभियान 12 घंटे चला. जानवरों को संकरी गलियों से बाहर निकालना एक बड़ी चुनौती थी.
एनडीआरएफ चिकित्सा शिविरों का आयोजन कर रहा है, जरूरतमंद लोगों को चिकित्सा सहायता प्रदान कर रहा है. एनडीआरएफ के डॉक्टरों द्वारा चिकित्सा शिविरों में 500 से अधिक लोगों को दवाएं दी गईं और जांच की गई है. घायल जानवरों का भी इलाज किया गया.
एनडीआरएफ की टीमें राज्य प्रशासन और पुलिस के समन्वय से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को राहत सामग्री वितरित कर रही हैं.