हैदर अली अपना दल से चुनाव लड़ रहे हैं. वे उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव मे एनडीए के एक मात्र मुस्लिम उम्मीदवार हैं. उनके पिता अभी भी कांग्रेस में हैं और वे आजम खान के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. हैदर अली ने एनडीटीवी से विशेष बातचीत में अपना दल में जाने के सवाल पर कहा कि ''जो बेहतर समझा वो किया है. लोगों का यही हित है. अनुप्रिया पटेल का बहुत शुक्रिया. अनुप्रिया की नीतियों से प्रभावित हुआ, विकास कार्यों से प्रभावित हूं. मुझ पर भरोसे के लिए उका शुक्रिया. मेरे लिए गर्व की बात है.''
हैदर अली को भी कांग्रेस से टिकट दिया गया था मगर वे अपना दल में चले गए. हैदर अली की दादी नूर बानो रामपुर से कांग्रेस की सांसद रह चुकी हैं. उनके पिता बीएसपी और कांग्रेस से विधायक रह चुके हैं.
हैदर अली ने कहा कि ''उम्मीद है भारी मतों से जीतूंगा. सपा के नेता दंगे करवाते हैं. सपा लोगों में बंटवारा करवाती है. इनकी बातें प्रोपेगैंडा हैं. जनता का हमें समर्थन मिलेगा. उन्होंने कहा कि मेरे पिता हमेशा मेरे पिता रहेंगे. बड़ों ने मुझे आशीर्वाद दिया है.''
हैदर अली ने कहा कि ''अब्दुल्ला (अब्दुल्ला आजम खान) अपनी जन्मतिथि बताएं. सपा का प्रत्याशी कौन होगा ये पता हो.'' उन्होंने कहा कि ''इस बार प्रशासन का दबाव नहीं होगा. लोगों को डरा धमकाकर वोट लिए जाते थे. 10 मार्च को सब सामने आ जाएगा. ''
उन्होंने कहा कि ''मुझे कोई लड़ाई नहीं दिखती. जनता जागरूक है, समझती है. कोरोना काल में जनता को फ़ायदा हुआ. लोगों को घर-घर राशन मिला. सब मिलकर चलेंगे तो जीतेंगे. ये सीट निश्चित रूप से हम जीतेंगे. दादी ने आशीर्वाद दिया है मुझे, मेरे पिता ने आशीर्वाद दिया है मुझे.''