'क्षेत्रीय और राष्ट्रीय आकांक्षाओं का रिश्ता अटूट होना चाहिए, इसके बीच में हवा तक गुजर न सके, इतना जुड़ा होना चाहिए. तब देश आगे बढ़ जाएगा.' पीएम मोदी ने ये शब्द पुरानी संसद के केंद्रीय कक्ष में हुई एनडीए की बैठक में कहे. आखिर इन लाइनों में पीएम मोदी का संदेश क्या था? क्या यह संदेश वोटरों के लिए था है कि वे क्षेत्रीय आकांक्षाओं को लोकसभा चुनाव में हावी न होने दें. लोकसभा चुनाव में बीजेपी को जिस तरह उम्मीद के कम सीटें मिली हैं और वोटों का धुव्रीकरण हुआ है, उससे माना जा रहा है कि मोदी को संदेश यही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की संसदीय दल की बैठक को संबोधित किया. इस दौरानव पीएम मोदी ने विपक्षी दलों को निशाने पर लिया. साथ ही उन्होंने रीजनल एस्पिरेशन्स, और नेशनल एक्सपिरेशन को लेकर एक महत्वपूर्ण बात कही. पीएम के अपील से यह समझा जा सकता है कि उन्होंने लोगों से विकास के मुद्दे पर एकजुट रहने की बात की है.
PM मोदी ने कहा कि भारत के हर क्षेत्र का, हर भारत के हर नागरिक का जो एस्पिरेशन्स है, रीजनल एक्सपिरेशन है वे और नेशनल एस्पिरेशन्स का एक अटूट नाता होना चाहिए, इसके बीच में हवा तक गुजर न सके, इतना जुड़ा होना चाहिए, तब देश आगे बढ़ जाएगा.
PM मोदी ने कहा कि अगर मैं एक तरफ एनडीए को रखूं और दूसरी तरफ भारत के लोगों के सपने और संकल्पों को रखूं तो मैं कहूंगा कि NDA का अर्थ हुआ, N- New India, D- Develop India और A- Aspirational India. इन सपनों और संकल्पों को पूरा करना. ये हम सबका संकल्प भी है,कमिटमेंट भी है और हमारे पास रोडमैप भी है.
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