राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने शुक्रवार को मांग की कि अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut) को प्रदान किया गया पद्मश्री पुरस्कार स्वतंत्रता पर उनकी विवादास्पद टिप्पणी के लिए वापस ले लिया जाए. एनसीपी ने साथ ही यह भी मांग की कि स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करने के लिए अभिनेत्री के खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए. पार्टी के प्रवक्ता नवाब मलिक (Nawab Malik) ने निशाना साधते हुए कहा कि अभिनेत्री ‘मलाना क्रीम' की अधिक खुराक के बाद बहुत अधिक बोल रही हैं. उल्लेखनीय है कि ‘मलाना क्रीम' एक प्रकार की हशीश होती है, जिसका नाम हिमाचल प्रदेश में मलाना घाटी पर पड़ा है. मलिक ने कहा, ‘‘हम इस बयान की कड़ी निंदा करते हैं, जिसने उन लाखों स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया है, जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति दी. गांधीजी से लेकर अन्य स्वतंत्रता सेनानियों तक, जिन्होंने स्वतंत्रता के लिए लंबी लड़ाई लड़ी, सभी का अपमान किया गया है. हम मांग करते हैं कि उनका पद्मश्री वापस लिया जाए. उनके खिलाफ स्वतंत्रता सेनानियों के अपमान के लिए मामला दर्ज किया जाना चाहिए.''
इस बीच, कांग्रेस नेता एवं राज्य के पूर्व मंत्री नसीम खान ने मुंबई के साकीनाका पुलिस थाने में एक शिकायत दर्ज कराई. खान ने कहा, ‘‘रनौत का पद्मश्री पुरस्कार वापस लिया जाना चाहिए क्योंकि उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम और स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया है. यह पुरस्कार का अपमान है जो उन्हें दिया गया है. उनका गैर जिम्मेदाराना बयान राजद्रोह है.''
गौरतलब है कि रनौत ने गुरुवार को यह कहकर विवाद उत्पन्न कर दिया था कि भारत को ‘वास्तविक आजादी' 2014 में मिली थी. उनका परोक्ष तौर पर इशारा नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार के सत्ता में आने की ओर था. रनौत ने इसके साथ ही वर्ष 1947 में देश को मिली आजादी को ‘भीख' करार दिया था.
इस बीच, नागपुर से मिली खबर के अनुसार आप की विदर्भ इकाई ने शुक्रवार को कहा कि पुलिस को अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ देश के स्वतंत्रता संग्राम और इसमें भाग लेने वालों का अपमान करने के लिए कार्रवाई करनी चाहिए. आम आदमी पार्टी (आप) के विदर्भ संयोजक देवेंद्र वानखेड़े ने सीताबुलडी थाने में एक शिकायत दर्ज कराकर अभिनेत्री के खिलाफ राजद्रोह और अन्य आरोप लगाने की मांग की.