लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर विपक्षी एकता की कवायद तेज हो गई है. नीतीश कुमार के साथ बुधवार को कांग्रेस नेताओं की मुलाकात के बाद गुरुवार शाम शरद पवार (Sharad Pawar) ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ( Mallikarjun Kharge) और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से मुलाकात की. बैठक के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि हम सब एकजुट हैं. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि मुझे खुशी है कि शरद पवार मुंबई से हमसे मिलने आए और हमारा मार्गदर्शन किया. कल मैंने और राहुल गांधी ने नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के साथ बातचीत की थी कि देश में हम विपक्ष का यूनिटी रखेंगे. उन्होंने कहा कि देश और लोकतंत्र को बचाने के लिए हम एक होकर लड़ने के लिए तैयार हो रहे हैं.
एनसीपी नेता शरद पवार ने कहा कि मैं चाहता हूं कि सभी विपक्षी दलों के नेताओं से बात होनी चाहिए. ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल से भी बात होनी चाहिए. हमें उनके पास जाकर बात करना चाहिए. हम विपक्ष को एकजुट करने के लिए सबको साथ लेकर आगे चलेंगे.
शरद पवार के साथ कांग्रेस नेताओं की मुलाकात को इसलिए अहम माना जा रहा है क्योंकि हाल के दिनों कुछ मुद्दों पर शरद पवार ने कांग्रेस के रुख से अलग हटकर बयान दिया था. शरद पवार विपक्ष के सबसे अनुभवी नेता माने जाते हैं और 48 लोकसभा सीटों वाली महाराष्ट्र में वो कांग्रेस, एनसीपी और उद्धव ठाकरे की पार्टी के गठबंधन की प्रमुख कड़ी रहे हैं.
OSOC फार्मूला पर काम करना चाहता है विपक्ष
जनता दल यूनाईटेड जनता दल के नेता नीतीश कुमार ने बुधवार को उप मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव के साथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी समेत कांग्रेस के अन्य नेताओं से मुलाकात की. खरगे के घर पर हुई एक बैठक में नीतीश कुमार ने वन सीट वन कैंडिडेट का फार्मूला सामने रखा. यह फार्मूला बीजेपी के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ एनडीए से मुकाबला करने के लिए लाया गया है.
नीतीश कुमार ने अरविंद केजरीवाल से की थी मुलाकात
सूत्रों का कहना है कि नीतीश कुमार उन पार्टियों से बात करने के लिए राजी हो गए हैं, जो बीजेपी और कांग्रेस से समान दूरी बनाए रखती हैं. इसमें आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल खास तौर पर शामिल हैं. नीतीश कुमार ने बुधवार को अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकात की थी. नीतीश कुमार के साथ बैठक के बाद केजरीवाल ने कहा था, "मैं पूरी तरह से उनके साथ हूं. यह बहुत जरूरी है कि पूरा विपक्ष और देश एक साथ आकर केंद्र में सरकार बदले."
वामदल भी गठबंधन में हो सकते हैं शामिल
सीपीआई के डी राजा ने कहा है कि एक साथ आना महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक दलों की एकता बनाने के लिए कुछ पहल कर रहे हैं. देश बहुत ही महत्वपूर्ण दौर से गुजर रहा है. संविधान और लोकतंत्र पर हमला हो रहा है. पार्टियों के लिए बीजेपी के खिलाफ एक साथ आना महत्वपूर्ण है.
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