- दिल्ली में 82 किलो कोकीन बरामदगी के मामले में NCB ने इंटरपोल की मदद से पहला सिल्वर नोटिस जारी किया
- सिल्वर नोटिस दुबई में छिपे आरोपी पवन ठाकुर के खिलाफ है जिसे इस तस्करी का मास्टरमाइंड बताया गया है
- पवन ठाकुर ने भारत के पोर्ट से कोकीन मंगवाई, ट्रक से दिल्ली पहुंचाई और वहां साथी गोदाम में रखते थे
दिल्ली में नवंबर 2024 में हुई करीब 82 किलो कोकीन बरामदगी के मामले में बड़ा कदम उठाया गया है. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने इंटरपोल की मदद से पहला सिल्वर नोटिस जारी करवाया है, जो दुबई में छिपे फरार आरोपी पवन ठाकुर के खिलाफ है.
NCB की जांच में सामने आया है कि पवन ठाकुर ही इस पूरी तस्करी का मास्टरमाइंड है. उसने भारत के एक पोर्ट के जरिए कोकीन की खेप मंगवाई और फिर ट्रक से उसे दिल्ली तक पहुंचाया था. दिल्ली में उसके साथी इस माल को गोदाम में रखते थे और आगे सप्लाई का इंतजाम करते थे.
जांच में ये भी पता चला है कि पवन ठाकुर का हवाला नेटवर्क दिल्ली और दुबई दोनों जगह फैला हुआ है. इसी नेटवर्क के जरिए वह नशे के धंधे से कमाए काले धन को सफेद करता था. इस वक्त वो दुबई में बैठकर अपना ड्रग तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग सिंडिकेट चला रहा है.
इंटरपोल का ये सिल्वर नोटिस अब दुनियाभर की एजेंसियों को मदद करेगा ताकि आरोपी के काले धन से खरीदी गई संपत्तियों का पता लगाया जा सके. इंटरपोल के सभी सदस्य देशों की एजेंसियां अब NCB को जानकारी साझा कर सकेंगी और उसकी अवैध संपत्तियों को ट्रेस करने में मदद करेंगी.
NCB ने अपील की है कि सभी देश इस मामले में सहयोग करें और फरार आरोपी की संपत्तियों व कारोबार से जुड़ी जानकारी दें. भारत की ये एजेंसी लगातार अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर ड्रग्स के बड़े सिंडिकेट्स को खत्म करने और उनकी फाइनेंशियल सप्लाई रोकने पर काम कर रही है.
अब सबकी नजर इस बात पर है कि पवन ठाकुर की कितनी और कहां-कहां संपत्तियां सामने आती हैं और कब तक उसे कानून के शिकंजे में लाया जा सकेगा.