Naxal Free India: क्या अगले 10 महीने में नक्सलमुक्त हो जाएगा भारत? आंकड़ों से समझिए

Naxal Free India: इस साल अब तक लगभग 300 नक्सली मारे जा चुके हैं. 1967 से शुरू हुआ नक्सली आंदोलन अब धीरे-धीरे अपने खात्मे की ओर बढ़ रहा है. NDTV Data Story की खास सीरीज में आईए आंकड़ों के जरिए से इसे समझने की कोशिश करते हैं.

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Naxal Free India: मार्च 2026 तक भारत को नक्सल मुक्त करने का अभियान जारी है.

Naxal Free India: शुक्रवार 30 मई को प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार के काराकाट में नक्सलवाद पर जोरदार प्रहार किया. उन्होंने कहा कि वो दिन दूर नहीं जब माओवादी हिंसा का पूरी तरह से खात्मा हो जाएगा. दरअसल मोदी सरकार का लक्ष्य है कि मार्च 2026 तक भारत पूरी तरह से नक्सलमुक्त हो जाए. गृह मंत्री अमित शाह भी कई बार सार्वजनिक मंच से इस बात को दोहरा चुके हैं. सरकार के निर्देश पर ही नक्सलियों के गढ़ में लगातार कॉबिंग ऑपरेशन जारी है.  

डेढ़ करोड़ का इनामी बासवराजू सहित 27 नक्सली किए ढेर

हाल ही में 21 मई को छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में सुरक्षा बलों ने डेढ़ करोड़ रुपए के इनामी नंबाला केशव राव उर्फ बासवराजू समेत 27 नक्सलियों को मार गिराया. बासवराजू CPI माओवादी का महासचिव था. गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि पिछले तीन दशक में पहली बार किसी महासचिव स्तर के नक्सली को ऑपरेशन में मारा गया है.

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1967 से शुरू हुआ नक्सली आंदोलन अब खात्मे की ओर

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस साल अब तक लगभग 300 नक्सली मारे जा चुके हैं. 1967 से शुरू हुआ नक्सली आंदोलन अब धीरे-धीरे अपने खात्मे की ओर बढ़ रहा है. NDTV Data Story की खास सीरीज में आईए आंकड़ों के जरिए से इसे समझने की कोशिश करते हैं.

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नक्सली हिंसा की घटना में कमी

2010 में नक्सली हिंसा की 1936 घटना हुई थी जबकि 2024 में ये आंकड़ा घटकर महज 374 रह गया . यानि कि नक्सली हिंसा की घटना में 2010 की तुलना में 81 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. 2013 में नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या 126 थी जो 2025 में घटकर 18 हो गई है.  2013 में 126 जिले नक्सल प्रभावित थे. 2021 में घटकर 70 जिले रह गए. पिछले साल तक 38 जिले नक्सल प्रभावित थे. इस साल अप्रैल में इनकी संख्या घटकर महज 18 रह गई.

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नक्सली हिंसा में मारे गए नागरिकों की संख्या में काफी कमी आई

नक्सली हिंसा में 2010 में 720 नागरिक मारे गए. 2024 में मरने वालों की संख्या घटकर 131 हो गई. नक्सली हिंसा में 2010 में 1005 नागरिक और सुरक्षा बल मारे गए. 2024 में 150  नागरिक और सुरक्षा बल मारे गए. यानि कि मरने वालों की संख्या में 85 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई.

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आर्थिक ढ़ांचे पर नक्सली हमलों में गिरावट

नक्सली आर्थिक ढ़ांचे जैसे कि रेलवे प्रॉपर्टी, पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर की इकाइयों, टेलीफोन एक्सचेंज, मोबाइल टॉवर, सड़क, स्कूल को निशाना बनाते रहे हैं. पर पिछले कुछ साल से इन घटनाओं मे कमी आई है. 2010 में हमले की ऐसे 365 मामले थे, जो 2024 में घटकर 25 रह गए.

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नक्सलमुक्त भारत बनाने की दिशा में नक्सलियों का सफाया

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस साल अब तक लगभग 300 नक्सली मारे जा चुके हैं. 2017 में 136 नक्सली मारे गए जबकि 2023 में ये आंकड़ा बढ़कर 380 हो गया. 2024 में भी 290 नक्सली मारे गए.


नक्सलियों के खिलाफ जारी इस विशेष ऑपरेशन से भारत से 'लाल आतंक' के खात्मे की उम्मीद जगी है. सरकार की घोषणा, जिम्मेदार मंत्रियों के बार-बार आ रहे बयान, सुरक्षाबलों के कॉबिंग ऑपरेशन से यह माना जा रहा है कि मार्च 2026 तक भारत नक्सल मुक्त हो जाएगा. 

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