अग्निपथ योजना के जरिये भारतीय नौसेना में भर्ती होने वाले अग्निवीरों में 20 फीसदी महिलाएं होंगी. आज इस बाबत जानकारी देते हुए नौसेना के सहसेना प्रमुख वाइस एडमिरल एस एन घोरमाडे ने कहा कि अग्निपथ स्कीम के जरिये होने वाली भर्ती में 20 फिसदी सीट महिलाओं के लिए होगी. अधिकारियों ने कहा कि उसके बाद इन महिलाओं को नौसेना के अलग अलग हिस्सों और शाखाओं में भेजा जाएगा. गौरतलब है कि, थल सेना और वायुसेना में अग्निपथ योजना के तहत भी महिलाओ को भर्ती किया जाएगा. लेकिन थल और वायुसेना में अभी तक ये जानकारी नहीं दी गई है कि महिलाओं की फिसदी कितनी होगी.
ऑनलाइन आवेदन शुरू
नौसेना और थलसेना में पहली बैच के लिए एक जुलाई में आनलाइन आवेदन शुरु हो गया है. नौसेना में अब तक 10,000 से ज्यादा महिलाओं ने इस पद के लिए आवेदन किया है. नौसेना मे पहली बार महिलायें नौसैनिक के तौर पर भर्ती होगी. हलांकि पहले चार साल इनको अग्निवीर ही कहा जाएगा. चार साल बाद जो 25 फिसदी नौसेना में परमानेंट होंगे उनको ही नौसैनिक कहा जाएगा.
ओडिशा स्थित आईएनएस चिल्का में प्रशिक्षण
अग्निपथ के जरिये चार साल के बाद जो महिलायें चुनी जाएगी उनको युद्दपोत से लेकर नौसेना के हर विभाग में तैनात किया जाएगा. फिलहाल अलग अलग युद्दपोतों पर 30 महिला अधिकारी तैनात है.
पहले बैच में करीब तीन हजार अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी. चुने गए अग्निवीरों को 21 नवंबर से ओडिसा के आईएनएस चिल्का में छह महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी इसके बाद उन्हें पोस्टिंग के लिये भेज दिया जाएगा.