नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय नौसेना ने महिलाकर्मियों के लिए 'सभी भूमिकाएं-सभी रैंक' के अपने दृष्टिकोण के अनुरूप नौसैन्य पोत में पहली महिला कमांडिंग ऑफिसर की नियुक्ति की है.
नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा कि नौसेना में पहली बार एक महिला को नौसेना के फ़ास्ट अटैक क्राफ्ट बोट की कमांडिंग अधिकारी बनाया गया है. फिलहाल उस अधिकारी की प्री कमीशन्ड ट्रेनिंग चल रही है. वायुसेना और थल सेना में महिलाएं पहले से ही कई यूनिट में कमांड कर कर रही हैं.
सेना ने महिलाओं के लिए भी अग्निवीर स्कीम भी दरवाजे खोले हैं. अब सरकार की भी कोशिश है सेना में महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ाई जाए. आज महिलाएं लड़ाकू विमान से लेकर हेलीकॉप्टर तक उड़ा रही हैं. युद्धपोत पर भी तैनात हैं और सरहद पर भी अपनी ड्यूटी निभा रही हैं. हालांकि अभी भी सेना में पुरुषों की तुलना में महिलाओं की तादाद काफी कम है.
नौसेना दिवस से पहले एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए एडमिरल कुमार ने कहा कि भारतीय नौसेना के जहाजों, पनडुब्बियों और विमानों ने पिछले एक साल में रणनीतिक जलक्षेत्र में उच्च स्तर की अभियानगत गतिशीलता बनाए रखी है.
उन्होंने कहा, 'हमारे जहाजों, पनडुब्बियों और विमानों ने उच्च स्तर की अभियानगत गतिशीलता बनाए रखी है.'
हिंद महासागर में चीन की बढ़ती गतिविधियों पर उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना क्षेत्र में सभी गतिविधियों पर नजर रखती है. उन्होंने कहा, ‘‘सैन्य, राजनयिक मिशन से संबंधित अभियानों को अंजाम देते हुए हमारे जहाजों, पनडुब्बियों और विमानों ने उच्च स्तर की अभियानगत गतिशीलता बनाए रखी है.'
नौसेना प्रमुख ने कहा, ‘‘हमारे राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने और इन्हें व्यापक बनाने में हमारी इकाइयां समूचे हिंद महासागर क्षेत्र में और इससे परे अभियान के लिए तैयार स्थिति में तैनात हैं.'' उन्होंने कहा कि नौसेना युद्ध के लिए हर समय तैयार, विश्वसनीय, एकजुट शक्ति और भविष्य सुरक्षित रखने वाला बल बनी हुई है.
एडमिरल कुमार ने कहा कि अभियान के मोर्चे पर नौसेना की तैनाती का दायरा संतोषजनक रहा है क्योंकि इसके जहाज लगातार हिंद प्रशांत क्षेत्र में मौजूद रहे हैं.
उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना ने नौसैन्य पोत में पहली महिला कमांडिंग ऑफिसर की नियुक्ति की है. नौसेना प्रमुख ने कहा, 'महिला अग्निवीरों की कुल संख्या अब 1,000 का आंकड़ा पार कर गई है. ये आंकड़े सेवा में महिलाओं की तैनाती के लिए 'सभी भूमिकाएं, सभी रैंक' के हमारे दृष्टिकोण का प्रमाण हैं.' उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय नौसेना संयुक्तता और एकजुटता के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है.