पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) का विवाद क्या खत्म हो चुका है, क्या कांग्रेस हाईकमान मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) और नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) के बीच पैदा हुई खाई को पाटने में कामयाब रहा है, ऐसे ही कुछ सवालों का जवाब सिद्धू ने खुलकर तो नहीं दिया है लेकिन उनके ट्वीट्स अमरिंदर सिंह के साथ संघर्ष विराम की ओर इशारा कर रहे हैं. सिद्धू ने इस बार मुख्यमंत्री पर नहीं बल्कि कांग्रेस विरोधियों पर हमला बोला है. उन्होंने अपने ट्वीट में राज्य में बिजली के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी (AAP) और शिरोमणि अकाली दल (SAD) पर निशाना साधा है.
नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट किया, 'आज पंजाब की बर्बादी पर झुकी ताकतें साफ दिखाई दे रही हैं. 1. दिल्ली सरकार चाहती है कि पंजाब के बिजली संकट के बीच पंजाब की जीवन रेखा हमारे थर्मल पावर प्लांट बंद हो जाएं और इस भीषण गर्मी में पंजाबियों को असहाय छोड़ दिया जाए और हमारे किसान इस धान की बुवाई के मौसम में परेशानी झेलें.'
क्या नवजोत सिंह सिद्धू होंगे पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष, खत्म होगी कलह?
उन्होंने आगे लिखा, '2. इस बीच, बादल-हस्ताक्षरित पीपीए थर्मल पावर प्लांट और मजीठिया के साथ अक्षय ऊर्जा मंत्री (2015-17) के रूप में पंजाब को लूटने के लिए सौर ऊर्जा के लिए 25 साल के लिए पीपीए पर 5.97 से 17.91 रुपये प्रति यूनिट पर हस्ताक्षर किए गए, यह जानते हुए कि सौर की लागत प्रति वर्ष 18 फीसदी कम हो रही है और 2010 से आज 1.99 रुपये प्रति यूनिट है.'
बताते चलें कि कांग्रेस की पंजाब इकाई में कलह के जल्द खत्म होने की संभावनाओं को बीते मंगलवार उस वक्त बल मिला, जब मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की और कहा कि आलाकमान जो भी फैसला करेगा, वह सबको स्वीकार होगा.
सोनिया के आवास 10 जनपथ पर उनके साथ करीब डेढ़ घंटे की मुलाकात के बाद सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सरकार या कांग्रेस को लेकर जो फैसला कांग्रेस अध्यक्ष करेंगी, हम उसे स्वीकार करेंगे. हम निर्णयों को पंजाब में लागू करेंगे. पंजाब में हम चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार हैं.'' इस बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी शामिल थे.
VIDEO: पंजाब कांग्रेस कलह पर अमरिंदर सिंह ने की सोनिया गांधी से मुलाकात