नेशनल टेक्नोलॉजी डे हर साल 11 मई को मनाया जाता है. इसका उद्देश्य प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रगति करने में मदद करने वाले वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं, इंजीनियरों और अन्य लोगों को सलाम करना है. पहली बार राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस 11 मई, 1999 को मनाया गया था. नेशनल टेक्नोलॉजी डे के मौके पर आज केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने एक पोस्ट करते हुए लिखा,अटल बिहारी वाजपेयी ने 11 मई को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के रूप में घोषित किया था. यह हमारे वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को श्रद्धांजलि है, जिनकी प्रतिभा भारत की आत्मनिर्भरता की यात्रा को शक्ति प्रदान करती है. बता दें कि आज के ही यानी 11 मई 1998 को भारत सरकार ने पोकरण में सफलतापूर्वक परमाणु परीक्षण करने का एलान किया था.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस की शुभकामना देते हुए कहा कि हमारे वैज्ञानिकों ने आज के दिन पोकरण परमाणु परीक्षण कर ‘समर्थ भारत-सक्षम भारत' के संकल्प को पूरा किया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा “नए भारत के निर्माण में रत सभी वैज्ञानिकों को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!” उन्होंने कहा, “हमारे वैज्ञानिकों ने आज के दिन पोकरण परमाणु परीक्षण कर ‘समर्थ भारत-सक्षम भारत' के संकल्प की सिद्धि की ओर नया कदम बढ़ाते हुए हमारी वैज्ञानिक चेतना को वैश्विक पटल पर स्थापित किया था.”
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अपने एक्स अकाउंट पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "11 मई– भारत के आत्मबल और वैज्ञानिक प्रगति का स्वर्णिम दिन. भारत तकनीकी के क्षेत्र में प्रतिदिन नए आयाम छू रहा है. आज राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस पर महान वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को नमन, जिनकी वजह से भारत ने विश्व मंच पर अपनी सामरिक शक्ति और तकनीकी आत्मनिर्भरता का परचम लहराया."