देश के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज 'नेशनल स्टॉक एक्सचेंज' (NSE) ने इंटरेस्ट रेट डेरिवेटिव्स के लिए कारोबार का समय बढ़ाकर शाम 5 बजे तक कर दिया है. यह नया बदलाव 23 फरवरी से लागू होगा. अभी स्टॉक एक्सचेंज पर इन कॉन्ट्रैक्ट्स के कारोबार का समय सुबह 9 बजे से शाम साढ़े 3 बजे तक है. NSE ने एक सर्कुलर में इसकी जानकारी दी. NSE ने कहा कि उसके इस कदम का मकसद अंडरलाइंग मार्केट को समय के साथ मिलाना है. टाइमिंग बढ़ाने की रूपरेखा बाजार नियामक सेबी (SEBI) ने साल 2018 में तैयार की थी.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, एनएसई ने कहा कि फरवरी एक्सपायरी वाले इंटरेस्ट रेट डेरिवेटिव्स के कॉन्ट्रैक्ट अब 23 फरवरी से शाम 5 बजे तक ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध रहेंगे. इसके अलावा किसी दूसरे इंटरेस्ट रेट डेरिवेटिव्स वाले कॉन्ट्रैक्ट का ट्रेडिंग टाइम नहीं बढ़ाया गया है. यानी 23 फरवरी 2023 के बाद एक्सपायर होने वाले सभी मौजूदा कॉन्ट्रैक्ट और उसके बाद पेश किए गए सभी नए कॉन्ट्रैक्ट भी एक्सपायरी के दिन शाम 5 बजे तक ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध रहेंगे.
रिपोर्ट के मुताबिक, सेटलमेंट की अंतिम कीमत के कैलकुलेशन सिस्टम में कोई बदलाव नहीं होगा. कैलकुलैशन पिछले दो घंटों के वॉल्यूम वेटेड एवरेज्ड प्राइस या NDMS OM ट्रेंडों के VWAP के आधार पर किया जाएगा. इसके लिए कम से कम पांच ट्रेड चाहिए.
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