किसान आज केंद्र के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे है. किसान आज से संसद मार्च शुरू कर रहे हैं. भारी सुरक्षा के बीच किसान जंतर-मंतर पर अपनी संसद लगाकर सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. इस मामले पर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने भी बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हमने किसानों से नए कृषि क़ानूनों के संदर्भ में बात की है. किसानों को कृषि क़ानूनों के जिस भी प्रावधान मे आपत्ति हैं वे हमें बताए, सरकार आज भी खुले मन से किसानों के साथ चर्चा करने के लिए तैयार है.
वहीं शिरोमणि अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि यह सरकार किसान विरोधी है. किसान पिछले 8 महीनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. सरकार कहती है कि किसान हमसे बात करें लेकिन क़ानून वापस नहीं होंगे. जब आप ने कृषि क़ानून वापस नहीं लेने है तो किसान आपसे क्या बात करेंगे. बता दें कि दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी नए कृषि क़ानूनों को रद्द किए जाने के विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया.
दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि प्रतिदिन चार बसों में 200 किसानों का एक समूह पुलिस की सुरक्षा के साथ बसों में सिंघू सीमा से जंतर-मंतर आएगा और वहां सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक विरोध प्रदर्शन करेगा.पुलिस ने जंतर-मंतर पर भारी सुरक्षा के इंतजाम किए हैं. वहां दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बलों की 5-5 कंपनियां तैनात की गई हैं. पूरी दिल्ली पुलिस हाई अलर्ट पर है. जंतर-मंतर पर किसानों का विरोध-प्रदर्शन संयुक्त किसान मोर्चा और दिल्ली पुलिस के समन्वय से होगा. कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान यूनियनों के निकाय संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने कहा कि संसद का मानसून सत्र यदि 13 अगस्त को समाप्त होगा तो जंतर-मंतर पर उनका विरोध-प्रदर्शन भी 13 अगस्त तक जारी रहेगा.