आडवाणी और PM मोदी के आत्मीय रिश्ते को बयां करती ये PHOTOS

नरेंद्र मोदी और लालकृष्ण आडवाणी के संबंध कई दशक पुराने हैं. मोदी आडवाणी को अपना राजनैतिक गुरु मानते हैं. अक्सर ऐसे मौके आते हैं, जब नरेंद्र मोदी लालकृष्ण आडवाणी से अपने रिश्ते का जिक्र करते हैं.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लगातार तीसरी बार केंद्र में सरकार बनाने का दावा पेश करने से पहले शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेताओं लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से उनके आवास पर मुलाकात की. शुक्रवार को आयी इसकी तस्वीरें बेहद सुखद हैं. पीएम मोदी दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ ही देश के उप-प्रधानमंत्री रह चुके लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी का बेहद सम्मान करते हैं. चाहे बीजेपी के लिए कोई बड़ा दिन हो या इन नेताओं का जन्मदिन, प्रधानमंत्री अक्सर इनसे मिलकर आशीर्वाद लेते हैं और इनका हालचाल जानते हैं.

भाजपा संसदीय दल का नेता, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) संसदीय दल का नेता और लोकसभा में भाजपा का नेता चुने जाने के तुरंत बाद नरेंद्र मोदी ने आडवाणी से मुलाकात की. उनसे मुलाकात के तुरंत बाद वो बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष जोशी के आवास पर भी गए.

नरेंद्र मोदी सरकार ने हाल ही में लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिया है. दोनों नेताओं के संबंध कई दशक पुराने हैं. इन दोनों की आत्मीयता जगजाहिर है. मोदी आडवाणी को अपना राजनैतिक गुरु मानते हैं. अक्सर ऐसे मौके आते हैं जब नरेंद्र मोदी लालकृष्ण आडवाणी से अपने रिश्ते का जिक्र करते रहते हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सफलता में लालकृष्ण आडवाणी का बहुत बड़ा योगदान है. मोदी पहले पार्टी में संगठन का काम देखते थे, आडवाणी के सुझाव के बाद ही बीजेपी ने उन्हें गुजरात का मुख्यमंत्री बनाया. 

जब भावुक हो गए थे मोदी
2014 में जब नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी ने पहली बार अपने दम पर शानदार जीत हासिल की थी. तब लालकृष्ण आडवाणी ने मोदी के प्रधानमंत्री बनने के मौके को आजादी मिलना बताया था. उन्होंने यहां तक कह दिया था कि ये नरेंद्र भाई की कृपा से हुआ है. जिस पर पीएम मोदी ने आपत्ति जताते हुए कहा कि आप मेरे लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल ना करें और इसके बाद वो भावुक हो गए थे.

आडवाणी की रथयात्रा में सारथी बने थे मोदी
25 नवंबर 1990 को लालकृष्ण आडवाणी के नेतृत्व में रथ यात्रा निकली थी, जिसे अपार जनसमर्थन मिला था. गुजरात में रथ यात्रा के संयोजक खुद नरेंद्र मोदी थे. इस यात्रा के दौरान मोदी आडवाणी के सारथी बने. आडवाणी की यात्रा जब बिहार में पहुंची तो वहां लालू प्रसाद यादव की सरकार ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था. 

Advertisement

मुलाकातों के बाद पीएम मोदी ने ‘एक्स' पर पोस्ट में कहा, ‘‘आडवाणी जी के आवास पर गया और उनका आशीर्वाद मांगा. हर भाजपा कार्यकर्ता पार्टी को मजबूत करने के आडवाणी जी के ऐतिहासिक प्रयासों से प्रेरित है.''

Advertisement

उन्होंने एक अन्य पोस्ट में कहा, ‘‘डॉ. मुरली मनोहर जोशी जी से मुलाकात की. जब मैं पार्टी संगठन में काम कर रहा था, तब मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा. उनकी बुद्धिमत्ता और ज्ञान के लिए पूरे भारत में उनका बहुत सम्मान किया जाता है.''

Advertisement

प्रधानमंत्री ने इसके बाद पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात की. उन्होंने कहा, ‘‘पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी से मुलाकात की. मैं उनके साथ बातचीत करना बहुत पसंद करता हूं. विशेष रूप से नीति और गरीबों को सशक्त बनाने के मामलों के उनके अद्वितीय दृष्टिकोण के लिए धन्यवाद.''

Advertisement

पीएम मोदी ने बाद में राष्ट्रपति भवन जाकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया.

पिछले दिनों संपन्न लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए ने 293 सीटों पर जीत दर्ज की है और 543 सदस्यीय सदन में बहुमत हासिल किया है. बीजेपी ने 240 सीट पर जीत दर्ज की है.

Featured Video Of The Day
Parliament में आज हुए विवाद का नया VIDEO आया सामने
Topics mentioned in this article