कांग्रेस नेत्री सोनिया गांधी ने आज संसद में मणिपुर मुद्दे से निपटने के विपक्ष के तरीके पर आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद संजय सिंह की सराहना की. उनके इस कदम को इन दोनों पार्टियों के बीच नई दोस्ती के ताजा संकेत के रूप में देखा जा रहा है, जिनके बीच अब तक दोस्ती नहीं रही है. इंडिया (INDIA) गठबंधन के सदस्य संसद के बाहर डेरा डाले हुए हैं और मांग कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर के मुद्दे पर लोकसभा और राज्यसभा दोनों में बयान दें. कल रात में उन्होंने गांधी प्रतिमा के पास मोमबत्ती जलाकर विरोध प्रदर्शन किया.
संजय सिंह ने बातचीत का एक वीडियो ट्वीट किया. उन्होंने लिखा- कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी जी ने मुलाकात कर टीम INDIA द्वारा मणिपुर हिंसा के खिलाफ चलाए जा रहे आंदोलन पर कहा “मेरा समर्थन आपके साथ है.”
संजय सिंह को मणिपुर पर विपक्ष के विरोध प्रदर्शन के दौरान संसद के शेष मानसून सत्र के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया है. वे विपक्ष के धरने का नेतृत्व कर रहे हैं.
आज सुबह भारी बारिश के बीच जारी धरने के दौरान उन्होंने ट्वीट किया, "आंदोलन का दूसरा दिन. तेज बारिश! शायद भगवान भी रो रहे हैं मणिपुर की हालत पर. सवाल सिर्फ एक मणिपुर पर मोदी जी संसद में कब बोलेंगे?''
विरोध प्रदर्शन में संजय सिंह के साथ 'आप' और अन्य विपक्षी दलों के सांसद भी शामिल थे. उनमें से कई तख्तियां भी लिए हुए थे जिन पर "मणिपुर के लिए भारत" लिखा हुआ था. संजय सिंह की राज्यसभा में बहाली भी प्रदर्शनकारियों की मांगों में से शामिल है.
मणिपुर के हालात पर प्रधानमंत्री के सदन को संबोधित करने की विपक्ष की मांग पूरी करने के लिए सरकार तैयार नहीं है.
सूत्रों ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब पूर्वोत्तर के इस राज्य में भयानक हिंसा देखी जा रही है. पहले 1993 और 1997 में जब हिंसा हुई थी तब किसी भी प्रधानमंत्री ने राज्य का दौरा नहीं किया था. संसद में इस पर चर्चा नहीं हुई थी और केवल एक बार गृह राज्यमंत्री ने बयान दिया था.
ऐसे में मणिपुर में स्थिति नियंत्रण में है और पिछले 15 दिनों में हिंसा में किसी की मौत नहीं हुई है. सूत्रों ने कहा कि सरकार की ओर से अब स्पष्ट संकेत है कि मणिपुर की स्थिति पर केवल गृह मंत्री ही बोलेंगे.