पिनराई विजयन द्वारा इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) की राजनीतिक साख पर सवाल उठाने के एक दिन बाद, केरल में कांग्रेस के प्रमुख गठबंधन सहयोगी के एक शीर्ष नेता ने शनिवार को मुख्यमंत्री से पूछा कि क्या वह कम्युनिस्ट हैं. माकपा और मुस्लिम लीग के बीच तेज होती सियासी जंग के बीच, कोझिकोड शहर की पुलिस ने यहां समुद्र तट पर पार्टी द्वारा आयोजित विशाल रैली में भाग लेने के दौरान कोविड दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने के आरोप में दस हजार मुस्लिम लीग कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं. वक्फ बोर्ड में नियुक्तियों को राज्य लोक सेवा आयोग को सौंपने के सरकार के फैसले के खिलाफ बृहस्पतिवार को अपना विरोध दर्ज कराने के लिए आईयूएमएल ने इस रैली का आयोजन किया था.
विजयन ने शुक्रवार को वक्फ बोर्ड के मुद्दे पर आईयूएमएल पर हमला करते हुए उससे यह स्पष्ट करने को कहा था कि यह राजनीतिक दल है या धार्मिक संगठन.
आईयूएमएल के खिलाफ मुख्यमंत्री के आरोपों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए लीग के वरिष्ठ नेता और विधायक एम के मुनीर ने पूछा, “क्या पिनराई कम्युनिस्ट हैं?” उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी का मानना है कि साम्यवाद की पुरानी परिभाषा के अनुसार, विजयन कम्युनिस्ट नहीं हैं.
आईयूएमएल नेता ने दावा किया कि कम्युनिस्ट पार्टी के अधिकांश कार्यकर्ता भी मानते हैं कि विजयन कम्युनिस्ट नहीं हैं.
यहां मीडिया से बात करते हुए पूर्व मंत्री मुनीर ने आज कहा कि मुस्लिम लीग एक राजनीतिक पार्टी थी और यह 1967-1969 के दौरान कम्युनिस्ट नेता ई एम एस नंबूदरीपाद के नेतृत्व वाली वाम सरकार की प्रमुख सहयोगी थी.
मुस्लिम लीग के नेता ने कहा कि रैली में भारी संख्या में लोगों के पहुंचने से डरे मुख्यमंत्री की पुलिस को लीग के कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामले दर्ज करने पड़े. मुनीर ने कहा कि वक्फ बोर्ड के मुद्दे पर पार्टी की लड़ाई जारी रहेगी.