- मुंबई के पवई में रोहित आर्या नामक व्यक्ति ने कुछ बच्चों को बंधक बना लिया, जिससे हड़कंप मच गया.
- बच्चों ने शीशे के अंदर से हाथ हिलाकर अपने मुश्किल में होने का संकेत दिया, जिसके बाद पुलिस सक्रिय हुई.
- आरोपी ने एक वीडियो जारी कर अपनी मांगें नैतिक बताई और कहा कि वह न आतंकवादी है और न उसकी पैसों की मांग है.
शीशे के अंदर से बच्चे हाथ हिलाकर खुद को बचाने की अपील कर रहे थे. मुंबई के पवई में आज आई ये तस्वीर डराने वाली थी. शीशे के अंदर बच्चों के चेहरे पर डर साफ दिख रहा था. रोहित आर्या नामक शख्स ने कुल 17 बच्चों को बंधक बनाया था. जैसे ही बच्चों ने अपने इशारों से खुद को मुसीबत में आने का संकेत दिया पुलिस हरकत में आ गई. तबतक बच्चों के माता-पिता को भी इसकी जानकारी मिल चुकी थी. हर तरफ अफरा-तफरी का माहौल था. किसी को ये जानकारी नहीं थी कि अंदर कितने लोग थे. रोहित आर्या की हरकत ने वहां मौजूद बच्चों को डरा दिया था. एक वेब सीरीज के ऑडिशन के लिए आए बच्चों ने सपनों में भी नहीं सोचा होगा कि उनके साथ कोई सिरफिरा ऐसी हरकत करेगा. हालांकि इस घटना में बच्चों को बंधक बनाने वाले रोहित आर्या की मौत हो गई है.
पुलिस के मुताबिक, पुलिस ने पहले रोहित से बातचीत करने की कोशिश की. आरोपी रोहित आर्या ने पुलिस पर फायरिंग कर दी. इसके बाद पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की. इसी जवाबी फायरिंग में रोहित घायल हो गया और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
वीडियो जारी कर बताई थी मांग
रोहित आर्या ने एक वीडियो जारी कर पुलिस को अपनी मांग बताई. उसने कहा कि वो कुछ लोगों से बात करना चाहता है. उसने कहा कि उसकी मांगें नैतिक है. रोहित ने कहा कि न तो वह आतंकवादी है और न ही इसे पैसों की डिमांड है. रोहित ने कहा कि उसने प्लान के तहत बच्चों को बंधक बनाया है. यह वीडियो आरोपी को पुलिस हिरासत में लिए जाने से पहले का है.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बच्चों को बंधक बनाने वाले शख्स की मानिसक स्थिति ठीक नहीं थी. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल है कि ऐसी जगह पर उस शख्स की उपस्थिति क्यों थी, जिसकी मानसिक हालत ठीक नहीं है. .













