- मुंबई के दादर शिवाजी पार्क में मीना ठाकरे की प्रतिमा पर अज्ञात व्यक्तियों ने लाल रंग डालकर अपमान किया
- इस घटना के बाद शिवसेना के उद्धव गुट के कार्यकर्ता शिवाजी पार्क पर इकट्ठा होकर विरोध प्रदर्शन करने लगे
- बुलढाणा जिले में भी उद्धव गुट के शिवसैनिक सड़कों पर उतरकर दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं
मुंबई के दादर स्थित शिवाजी पार्क इलाके में रविवार सुबह हुई एक घटना ने महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मचा दी है. शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे की पत्नी और उद्धव ठाकरे की मां मीना ठाकरे (मीनाताई) की प्रतिमा पर अज्ञात लोगों ने लाल रंग फेंक दिया. सुबह करीब 10 बजे हुई इस घटना के बाद ठाकरे गुट शिवसैनिक आक्रामक हो गए और बड़ी संख्या में शिवाजी पार्क पर जमा होकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया.
शिवसैनिकों में आक्रोश
प्रतिमा पर रंग फेंके जाने की खबर फैलते ही आसपास के इलाके में तनाव का माहौल बन गया. शिवसैनिक प्रतिमा के पास पहुंचे और स्याही हटाने की कोशिश करने लगे. कई कार्यकर्ताओं ने मूर्ति की सफाई भी की. इस दौरान उद्धव गुट के सांसद अनिल देसाई मौके पर पहुंचे और मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यह केवल एक मूर्ति का नहीं, बल्कि भावनाओं का अपमान है.
बुलढाणा तक पहुंचा विरोध
यह मामला केवल मुंबई तक सीमित नहीं रहा. बुलढाणा जिले में भी उद्धव गुट के शिवसैनिक सड़कों पर उतर आए और विरोध प्रदर्शन करने लगे. प्रदर्शनकारियों ने दोषियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है.
एक्शन में पुलिस
मुंबई पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लिया है. मामले में एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. आरोपी की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और जांच के लिए 8 टीमों का गठन किया गया है. पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
शिंदे गुट ने भी जताया विरोध
मीना ठाकरे स्मारक पर रंग फेंकने की घटना को लेकर शिंदे गुट भी सक्रिय हो गया है. उनकी ओर से शिवाजी पार्क पुलिस स्टेशन को पत्र सौंपकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई. शिंदे गुट के नगरसेवक समाधान सरवणकर ने कहा कि यह सिर्फ एक मूर्ति का नहीं, बल्कि मराठी अस्मिता का अपमान है और ऐसे कृत्यों की कड़ी निंदा की जाती है.ॉ
यह घटना निंदनीय... उद्धव ठाकरे
उद्धव ठाकरे ने कहा कि यह घटना निंदनीय है और इसके पीछे जो जिम्मेदार है उसको ढूंढ कर निकालना होगा. ऐसी घटना सिर्फ दो प्रकार के लोग ही कर सकते हैं. एक जो अपने माता-पिता की इज्जत नहीं करते लावारिस है. वहं, इस प्रकार की घटना कर सकते हैं और दूसरा जिस प्रकार मोदी जी की मां को लेकर के एक असफल प्रयास बिहार बंद करने का किया गया. वैसे ही महाराष्ट्र में दंगा भड़काने का प्रयास हो सकता है. पुलिस अपनी कार्रवाई कर रही है और मैं सभी शिव सैनिकों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं.
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