मुंबई के एक शख्‍स को मौत के दो दिन बाद मिली "मानवीय आधार" पर जमानत 

पवार 31 दिसंबर 2021 से जेल में बंद थे और उन्‍होंने मेडिकल के आधार पर छह महीने की अस्थायी जमानत मांगी थी. पवार ने अपने आवेदन में कहा था कि वह गंभीर रूप से मधुमेह के मरीज हैं और उम्र संबंधी कई बीमारियों से भी पीड़ित हैं. 

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
अदालत ने पवार की उम्र और गंभीर चिकित्सा जटिलताओं को देखते हुए अस्थायी जमानत दे दी. (प्रतीकात्‍मक)
मुंबई :

मुंबई की एक अदालत ने हाल ही में धोखाधड़ी के एक मामले में गिरफ्तार एक 62 साल के व्‍यक्ति को उसकी मौत के दो दिन बाद "चिकित्सा और मानवीय आधार" पर अस्थायी जमानत दी है. सुरेश पवार की उनकी जमानत अर्जी पर 9 मई को सुनवाई पूरी होने के कुछ ही घंटों बाद मौत हो गई, जबकि अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश विशाल एस गाइके ने उन्हें दो दिन बाद अस्थायी जमानत दे दी. पवार को एक रियल एस्टेट एजेंट को कथित रूप से जाली दस्तावेजों के आधार पर एक संपत्ति बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. 

पवार 31 दिसंबर 2021 से जेल में बंद थे और उन्‍होंने मेडिकल के आधार पर छह महीने की अस्थायी जमानत मांगी थी. पवार ने अपने आवेदन में कहा था कि वह गंभीर रूप से मधुमेह के मरीज हैं और उम्र संबंधी कई बीमारियों से भी पीड़ित हैं. 

फरवरी में उनके पैर के अंगूठे में चोट लग गई थी और उन्हें सरकारी जे जे अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से बाद में उन्हें छुट्टी दे दी गई थी. याचिका में कहा गया कि उनके पैर के अंगूठे में गैंगरीन हो गया और उसे काटना पड़ा. 

Advertisement

याचिका के अनुसार, हाईकोर्ट ने मार्च में जेल अधिकारियों को पवार को उचित चिकित्सा प्रदान करने का निर्देश दिया था और 19 अप्रैल को उन्होंने हाईकोर्ट से अपनी जमानत अर्जी वापस ले ली थी. 

Advertisement

याचिका में कहा गया कि उसी दिन पवार का स्वास्थ्य बिगड़ गया और उन्हें फिर से जे जे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. हालांकि उचित चिकित्‍सा उपचार के अभाव में उनके घाव में सेप्टिक हो गया और उनके घुटने के नीचे का पैर काटना पड़ा. 

Advertisement

याचिका के मुताबिक, आरोपी के फेफड़ों में संक्रमण हो गया और चिकित्सा लाभ के लिए उन्‍होंने छह महीने के लिए अस्थायी जमानत मांगी. 

Advertisement

अदालत ने अपने आदेश में कहा कि पवार की उम्र, गंभीर चिकित्सा जटिलताओं और चिकित्सा देखभाल की और आवश्यकता को देखते हुए उनकी अस्थायी जमानत की प्रार्थना को पूरी तरह मानवीय आधार पर माना जा सकता है. 

ये भी पढ़ें :

* "संवाद महत्वपूर्ण है, नए संसद भवन पर निर्णय इसके जरिये लिया जा सकता था": शरद पवार
* "कैंसर से भी ज़्यादा घातक साबित हो रहा हार्ट अटैक, मुंबई में रोज़ाना दिल की बीमारी से 26 मौतें
* गाजियाबाद : पुलिस ने धर्मांतरण करने वाले गिरोह का किया पर्दाफाश, जाकिर नायक से भी जुड़े हैं तार

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Top News: Kejriwal To Contest Bihar Elections | Rahul Gandhi | Bageshwar Dham | Disha Saliyan