मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल किया गया है. वडोदरा के पास 70 मीटर लंबा 'मेक इन इंडिया' स्टील पुल बनाया गया है, जो इस परियोजना के लिए बनाए जा रहे 28 पुलों में से 7वां है. इस पुल के निर्माण में 10,000 मीट्रिक टन से अधिक स्टील का उपयोग किया गया है.
पुल के निर्माण की विशेषताएं
- 674 टन वजनी पुल को दुर्गापुर में बनाया गया था
- उन्नत तकनीकों का उपयोग करके इस पुल को 12 घंटे के भीतर लॉन्च किया गया
- मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना 508 किलोमीटर लंबी है, जिसमें से 352 किलोमीटर गुजरात और 156 किलोमीटर महाराष्ट्र में है
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना से जुड़े काम में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है और इसके तहत 27 फरवरी, 2025 तक 386 किलोमीटर तक खंभों का आधार (पियर फाउंडेशन) तैयार करने समेत 272 किमी लंबे ‘वायडक्ट' का काम पूरा कर लिया गया है जबकि इसकी कुल लंबाई 508 किलोमीटर है.
हालांकि, अभी पटरी बिछाने का काम शुरू नहीं हुआ है, लेकिन जल्द ही यह काम शुरू हो जाएगा क्योंकि इससे जुड़े सभी अन्य बुनियादी ढांचे का काम पूरा हो चुका है. परियोजना की कुल लंबाई 508 किलोमीटर है, जिसमें से 352 किलोमीटर गुजरात और दादर एवं नगर हवेली में है और शेष 156 किलोमीटर महाराष्ट्र में है. एनएचएसआरसीएल के अनुसार, 508 किलोमीटर लंबे मार्ग पर 13 नदी पुल हैं और ये सभी तैयार हो चुके हैं.