उद्योगपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के घर बारूद से लदी कार मिलने के मामले में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने एनआईए की जांच पर सवाल उठाया है. दिग्विजय सिंह ने कहा कि एनआईए (NIA) से जांच का अर्थ बीजेपी से जांच कराना होगा. लेकिन महाराष्ट्र मामले में जैसे ही वहां के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadanvis) का बयान आया था, तभी से लग रहा था कि इसे अलग रंग दिया जाएगा.
कांग्रेस के पूर्व सांसद ने कहा कि महाराष्ट्र में विस्फोटक मिलने की तफ्तीश राष्ट्रीय जांच एजेंसी कर रही है. यानी यह पड़ताल बीजेपी कर रही है. कांग्रेस नेता ने दावा किया कि एनआईए के निदेशक वाईसी मोदी के नजदीकी संबंध प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) से हैं. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके पहले भी वाईसी मोदी गुजरात दंगों के साथ-साथ वहां के मंत्री रहे हरेन पंड्या हत्याकांड जांच से जुड़े रहे और हर मामले में क्लीनचिट दी गई.
कांग्रेस नेता ने कहा कि आरएसएस के जो लोग बम विस्फोट से जुड़े अपराधी थे और उनके खिलाफ सबूत थे. जैसे ही जांच एनआईए को मिली, उन्हें क्लीनचिट मिल गई. दिग्विजय सिंह ने उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के निकट 25 फरवरी को विस्फोटक सामग्री से लदी एक कार के बरामद होने और उसके बाद मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वाजे को गिरफ्तार किये जाने एवं मुंबई पुलिस के आयुक्त परमबीर सिंह का तबादला किये जाने को लेकर पूछे गये सवालों के जवाब में ये बातें कहीं.
गौरतलब है कि एनआईए ने कहा था, 25 फरवरी की रात को रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी के निवास के पास विस्फोटक से भरा वाहन मिलने के दौरान जिस शख्स को CCTV फुटेज में पैदल चलते देखा गया था, वह पुलिस अफसर सचिन वाजे ही थे. एनआईए ने कहा, 'सीसीटीवी फुटेज में सचिन वाजे को सिर पर बड़ा रुमाल बांधे हुए देखा जा सकता है ताकि उन्हें कोई पहचान नहीं सके. उन्होंने अपनी कद-काठी और चेहरे को छिपाने के लिए बड़ा कुर्ता पहन रखा था.