मोरारी बापू ने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में सुनाई 'राम कथा', NDTV को बताया कैसा रहा अनुभव

Morari Bapu Ram Katha : मोरारी बापू ने एनडीटीवी से खास बातचीत में राजनीति और धर्म के बीच संबंधों पर अपने विचार साझा किए. इसके साथ ही उन्होंने ऋषि सुनक से हुई उनकी बातचीत सहित कई मुद्दों पर अपनी राय दी.

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मोरारी बापू ने राजनीति और धर्म के बीच संबंधों पर अपने विचार साझा किए. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

Morari Bapu Ram Katha : रामकथा वाचक मोरारी बापू को हाल ही में कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में 'राम कथा' सुनाने के लिए आमंत्रित किया गया था. इस दौरान कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में मोरारी बापू (Morari Bapu) के कार्यक्रम में भारतीय मूल के ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक (Rishi Sunak) ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई. एनडीटीवी से खास बातचीत में मोरारी बापू ने इस कार्यक्रम को लेकर अपना अनुभव बताया और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के साथ अपनी मुलाकात के बारे में भी बात की.

मोरारी बापू ने राजनीति और धर्म पर दी अपनी राय

इस दौरान मोरारी बापू ने राजनीति और धर्म के बीच संबंधों पर अपने विचार साझा किए. इसके साथ ही उन्होंने ऋषि सुनक से हुई उनकी बातचीत सहित कई मुद्दों पर अपनी राय दी.

कैम्ब्रिज में राम कथा के अनुभव पर जताई प्रसन्नता

कैम्ब्रिज में राम कथा कहने का आपका अनुभव कैसा रहा... इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैने जैसा सोचा था.. समझा था.. कि यह कार्यक्रम कैंब्रिज में कैसा रहेगा, इससे कई गुना अधिक मुझे प्रसन्नता दे रहा है. मैं दुनिया भर में कथाएं कहता हूं लेकिन एक यूनिवर्सिटी में यहां आकर भगवान राम और भगवान राम का स्वभाव, भगवान राम के प्रासंगिक चरित्र को बताने में बहुत प्रसन्नता हो रही है.

मोरारी बापू से 'राम कथा' सुनाने आए ऋषि सुनक

कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में मोरारी बापू से 'राम कथा' सुनने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक आए तो उन्होंने बहुत ही सरलता से कहा कि वह एक प्रधानमंत्री के तौर पर नहीं बल्कि एक हिंदू के तौर पर इस कार्यक्रम में आए हैं.

ब्रिटिश पीएम ने 'जय श्री राम' कह कर प्रकट किए विचार

जब मोरारी बापू से इसके बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इतने बड़े पद पर होने के बाद भी वह इतनी सरलता से आए. आदमी सरल और सबल दोनों हो यह बहुत ही मुश्किल है. वह सबल होते हुए भी सरल होकर आए और बहुत भाव से मिले. उन्होंने कहा कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बहुत ही सद्भाव से यहां आए और जय श्री राम कह कर अपना विचार प्रस्तुत किए.

इतना ही नहीं ऋषि सुनक ने कहा कि मेरे मन में जो हिंदुत्व की विशाल भावना है, जो उतार हिंदुत्व है उस हिंदुत्व के नाते मैं आया हूं. वहीं, इसको लेकर मुरारी बापू का कहना है कि इसमें किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए. यह बहुत ही सराहनीय और स्वागत करने योग्य है.

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