ब्रेकफास्‍ट मीटिंग, साइकिल प्रोटेस्‍ट : संसद गतिरोध को लेकर‍ विपक्ष का आक्रामक अंदाज

 नए कृषि कानूनों के खिलाफ संसद तक 'सरप्राइज ट्रैक्‍टर मार्च' के करीब एक सप्‍ताह बाद 51 वर्षीय राहुल ने साइकिल की सवारी करके पेट्रो उत्‍पादों की बढ़ती कीमतों के मुद्दे पर ध्‍यान केंद्रित किया.

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राहुल गांधी सहित विपक्ष के सांसद साइकिल से संसद पहुंचे

नई दिल्ली:

Pegasus snooping row : पेगासस जासूसी मुद्दे को लेकर कार्यवाही बाधित होने और संसद में विरोध प्रदर्शन के बीच और कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने मंगलवार सुबह विपक्ष के नेताओं की ब्रेकफास्‍ट मीटिंग की. इस सप्‍ताह यह ऐसी दूसरी बैठक थी. कोरोना महामारी को 'हैंडल' करने में सरकार की कथित नाकामी और किसान आंदोलन इस बैठक में चर्चा के अन्‍य मुद्दे थे. बैठक संसद के बाहर मॉक पार्लियामेंट (mock parliament) आयोजित करने के विकल्‍प पर चर्चा के लिए आयोजित की गई थी. नए कृषि कानूनों के खिलाफ संसद तक 'सरप्राइज ट्रैक्‍टर मार्च' के करीब एक सप्‍ताह बाद 51 वर्षीय राहुल ने साइकिल की सवारी करके पेट्रो उत्‍पादों की बढ़ती कीमतों के मुद्दे पर ध्‍यान केंद्रित किया. उन्‍होंने अन्‍य सांसदों से भी इसमें भागीदारी का आग्रह किया. राहुल ने कहा, 'साइकिल से संसद पहुंचकर हम हम इस मुदे पर सरकार का ध्‍यान आकर्षित कर सकते हैं.' इस दौरान कुछ अन्‍य नेता भी साइकिल पर सवारी करते नजर आए. तृणमूल कांग्रेस की महुआ मोइत्रा, एनसीपी की सुप्रिया सुले, शिवसेना के संजय राउत  और डीएमके की कनिमोझी उन नेताओं में शामिल थीं जिन्‍होंने विपक्ष की इस मीटिंग में हिस्‍सा लिया. 

विपक्षी नेताओं के साथ नाश्ते पर चर्चा के बाद राहुल साइकिल चलाते हुए संसद पहुंचे. उन्होंने साइकिल पर आगे की ओर एक तख्ती लगा रखी थी जिस पर रसोई गैस के सिलेंडर की तस्वीर थी और इसकी कीमत 834 रुपये लिखी हुई थी.उनके साथ लोकसभा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल, अधीर रंजन चौधरी, गौरव गोगोई, सैयद नासिर हुसैन, राजद के मनोज झा, तृणमूल कांग्रेस के कल्याण बनर्जी और कुछ अन्य सांसद भी साइकिल चलाकर संसद पहुंचे.कांग्रेस प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य सैयद नासिर हुसैन ने कहा, 'राहुल और दूसरे विपक्षी नेताओं ने आम जनता की आवाज उठाई है. लोग महंगाई से परेशान हैं, लेकिन सरकार किसी नहीं सुन रही है. हम संसद के भीतर और बाहर जनता की आवाज उठाते रहेंगे.'इस बैठक में पेगासस जासूसी कांड पर साझा रणनीति बनाई गई. दरअसल, पेगासस के मुद्दे पर मॉनसून सत्र नहीं चल पा रहा है. सरकार विपक्ष पर आरोप लगा रही है, जबकि विपक्ष का कहना है कि सरकार अहम मसलों पर बहस के लिए तैयार नहीं है. राहुल गांधी की बैठक में कांग्रेस, एनसीपी, शिवसेना, राष्‍ट्रीय जनता दल, समाजवादी पार्टी, माकपा, भाकपा, आईयूएमएल, आरएसपी, केसीएम, जेएमएम, नेशनल कांफ्रेंस, तृणमूल कांग्रेस और एलजेडी ने  हिस्‍सा लिया. आम आदमी पार्टी ने राहुल गांधी की तरफ से बुलाए गए नाश्ते वाली बैठक को अटेंड नहीं किया. 'आप'नेता संजय सिंह का कहना है कि बैठक में जाना या नहीं जाना महत्वपूर्ण नहीं. संसद में जब भी चर्चा होगी, हम किसानों के साथ और जासूसी के खिलाफ खड़े हैं

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.सरकार को घेरने की विपक्ष की इस मुहिम के बीच मंगलवार को संसदीय दल की बैठक को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया. पीएम ने कहा कि विपक्ष संसद नहीं चलने दे रहा.यह संसद, संविधान, लोकतंत्र और देश की जनता का अपमान है.इससे पहले, 27 जुलाई को भी बीजेपी संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा था. गौरतलब है कि एनडीए सरकार में सहयोगी जेडीयू के नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी पेगासस जासूसी कांड की जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि बहुत दिनों से ये मामला चल रहा है इसलिए जांच हो जानी चाहिए. जांच के बाद सब साफ़ हो जाएगा. विपक्ष भी दो हफ़्तों से इस मुद्दे पर संसद में हंगामा कर रहा है. विपक्ष की मांग है कि पेगासस जासूसी कांड की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में कराई जाए.

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