संसद का मॉनसून सत्र (Monsoon Session) जारी है, हालांकि पेगासस, महंगाई, कोविड के मुद्दे पर हालांकि हंगामे के चलते कार्यवाही में विघ्न पड़ रहा है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज सदन में अपील की है. उन्होंने कहा कि कोविड के विषय पर सांसद गंभीरता दिखाएं. कोविड और वैक्सीनेशन पर सदन में हो रही चर्चा गंभीर है. देश जानना चाहता है कि वैक्सीनेशन में भारत की क्या स्थिति है. बिरला ने सदस्यों के मास्क न लगाने पर भी आपत्ति जताई. मास्क लगाकर रखें, क्योंकि कोरोना संकट अभी बरकरार है. मास्क नहीं लगाएंगे तो देश में क्या संदेश जाएगा. जनता ने आपको चुनकर भेजा है, कोविड-वैक्सीनेशन जैसे विषयों पर चर्चा आपका दायित्व है. मास्क खोलकर हंगामा-तख्तियां कतई उचित नहीं है. सभी सांसद कोविड गाइडलाइंस का पालन करना चाहिए. हर विषय पर चर्चा के लिए तैयार हूं.
बता दें कि संसद का मॉनसून सत्र अभी तक विपक्ष के हंगामे के चलते बुरी तरह प्रभावित रहा है. आज भी विपक्षी सांसदों के हंगामे के चलते दोनों सदनों-राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. तृणमूल कांग्रेस सहित विभिन्न दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर तक के लिए स्थगित की गई.
सभापति एम वेंकैया नायडू ने बताया कि एक दिन पहले के अशोभनीय आचरण के लिए तृणमूल कांग्रेस के सांसद शांतनु सेन (Shantanu Sen) को राज्यसभा के मौजूदा सत्र में शेष समय के लिए निलंबित किया गया है. हंगामे के कारण कार्यवाही बार-बार स्थगित करने की नौबल आई थी. राज्यसभा में उस समय तनाव की स्थिति बन गई जब केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव पेगासस मामले पर स्टेटमेंट देने के लिए खडे हुए, इसी दौरान टीएमसी के सांसद शांतनु सेन ने मंत्री के हाथ से स्टेटमेंट का पेपर छीनकर फाड़कर उपसभापति की तरफ उछाल दिया था. इस पर बीजेपी सांसद भी आक्रामक अंदाज में आगे बढ़े थे. इसे देखते हुए राज्यसभा की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित करनी पड़ी थी.