महाराष्ट्र में मानसून ने दी जोरदार दस्तक, बिहार-झारखंड की ओर तेजी से बढ़ रहा

मानसून (Monsoon) इस साल सामान्य रहेगा और जून से सितम्बर 2021-22 के बीच इस बार पिछले दस साल के औसत के मुकाबले 101% तक बारिश होने का पूर्वानुमान है.

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Monsoon के इस महीने के अंत में दिल्ली और उत्तर भारत के अन्य इलाकों में पहुंचने का अनुमान
मुंबई:

केरल औऱ कर्नाटक से गुजरते हुए अब मानसून महाराष्ट्र (Monsoon Maharashtra) भी पहुंच गया है. महाराष्ट्र में शनिवार को दक्षिण पश्चिम मानसून ने दस्तक दी और इस वजह से महाराष्ट्र के कुछ तटीय इलाकों में बारिश देखने को मिली.भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के क्षेत्रीय केंद्र की निदेशक शुभांगी भुते ने कहा कि मानसून उम्मीद और समय के मुताबिक महाराष्ट्र पहुंचा है. भुते ने कहा कि दक्षिण पश्चिम मानसून (South West Monsoon) महाराष्ट्र में प्रवेश कर चुका है. यह विधिवत रूप से तटीय रत्नागिरी जिले के हरनाई बंदरगाह तक पहुंच गया है. इसके आने का वास्तविक क्षेत्र सोलापुर और मराठावाड़ा के कुछ हिस्सों तक और उसके बाद तेलंगाना एवं आंध्र प्रदेश तक होता है. इस महीने के अंत में मानसून दिल्ली तक पहुंच सकता है.

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शुभांगी ने कहा कि मानसून से इन क्षेत्रों में अच्छी वर्षा आने की उम्मीद है. दक्षिण पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल दिख रही हैं. कुछ दिनों पहले मौसम विभाग ने अनुमान जताया था कि मानसून के उत्तर तथा दक्षिण भारत में सामान्य रहने, मध्य भारत में सामान्य से अधिक रहने और पूर्व तथा पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से कम रहने का अनुमान है. मानसून इस साल सामान्य रहेगा और जून से सितम्बर 2021-22 के बीच इस बार पिछले दस साल के औसत के मुकाबले 101% तक बारिश होने का पूर्वानुमान है.

मानसून अगले दस दिनों में ओडिशा, झारखंड, बंगाल के कुछ हिस्सों और बिहार पहुंचने का अनुमान है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि मानसून मध्य अरब सागर, कर्नाटक के तटीय क्षेत्र, गोवा, महाराष्ट्र और कर्नाटक के अंदरूनी हिस्से, तेलंगाना के कुछ भाग और आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु के कुछ इलाकों, मध्य बंगाल की खाड़ी और बंगाल की खाड़ी के पूर्वोत्तर क्षेत्रों तक पहुंच चुका है. आईएमडी के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के राजेंद्र जेनामानी ने कहा कि 7-8 जून को कम बारिश होने का अनुमान है.

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11 जून तक बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है. इससे मानसून की रफ्तार बढ़ेगी. इसके ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों और बिहार की तरफ बढ़ने की संभावना है. मानसून दो दिनों की देरी से तीन जून को केरल पहुंचा था. आईएमडी ने जून में सामान्य बारिश होने का अनुमान जताया है. अगले पांच दिनों तक देश में लू की स्थिति बनने की संभावना नहीं है.

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वहीं राजस्थान के अधिकतर हिस्से, उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों, हरियाणा, सौराष्ट्र और गुजरात के कच्छ तथा ओडिशा में अधिकतम तापमान 40 डिग्री से अधिक रहा। सबसे अधिक 43.2 डिग्री सेल्सियस तापमान उत्तरप्रदेश के बांदा में दर्ज किया गया. अगले पांच दिनों तक देश में लू की स्थिति नहीं होने का अनुमान है. इस बीच उत्तर भारत सहित देश के कई हिस्सों में बारिश हो रही है.

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कोरोना संकट के दौरान कमजोर पड़ती अर्थव्यवस्था के इस दौर में करोड़ों किसानों और भारत सरकार के लिए ये राहत की खबर है. 16 अप्रैल 2021 को जारी मानसून के पहले पूर्वानुमान में मौसम विभाग ने औसत का 98% बारिश का पूर्वानुमान जारी किया था. आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि धीरे-धीरे परिस्थितियां अनुकूल हो रही हैं और शायद तीन जून के आसपास मानसून केरल कोस्ट के पास पहुंच सकता है.

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