महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी
देश के अलग-अलग इलाकों में मॉनसून की जमकर बारिश हो रही है. पिछले 24 घंटे के दौरान दक्षिण पश्चिमी मॉनसून ने जहां पर देश के अलग-अलग इलाकों को बारिश से सराबोर कर दिया है, वहीं आज भी कई जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान जताया गया है. इसके साथ ही भारत मौसम विज्ञान विभाग का अनुमान है कि इस बार मॉनसून लोगों पर कुछ अतिरिक्त मेहरबान रहने वाला है. आइए जानते हैं कि मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए कैसी है परिस्थितियां और आज कहां-कहां बारिश हो सकती है.
आज देश के इन राज्यों में बारिश का अनुमान
मौसम विभाग के मुताबिक, 28 मई से 2 जून के दौरान केरल और माहे, तटीय कर्नाटक में कुछ स्थानों पर और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में कुछ स्थानों पर, 28-30 मई के दौरान उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है. साथ ही 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ हलकी और मध्यम बारिश हो सकती है. 28-30 मई के दौरान केरल और माहे में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश का भी अनुमान है.
- साथ ही अगले 5 दिनों के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा और तेलुंगाना में गरज, बिजली और 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ कई जगहों पर हल्की या मध्यम बारिश हो सकती है. साथ ही आज और कल तटीय आंध्र प्रदेश, यनम और तेलंगाना में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है. 28 मई को रायलसीमा और 28-29 मई को तेलंगाना में तेलुंगाना में बहुत भारी बारिश की संभावना है. तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में आज से 2 जून तक भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है.
- आज और कल गुजरात के साथ ही मराठवाड़ा में छींटे पड़ने की संभावना है. साथ ही इस दौरान गुजरात में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है. वहीं महाराष्ट्र में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है.
- 2 जून तक अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है. वहीं आज मिजोरम और 29-30 मई को असम और मेघालय में बहुत भारी बारिश की संभावना है.
- 31 मई तक विदर्भ, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, झारखंड, ओडिशा और बिहार में आंधी-बिजली के साथ 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. साथ ही आज विदर्भ, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है.
- आज और कल छत्तीसगढ़, 31 मई तक पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदान और ओडिशा के साथ ही 28-30 मई के दौरान झारखंड में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है.
- आज से 2 जून तक उत्तर प्रदेश और राजस्थान में छिटपुट बारिश हो सकती है. वहीं आज जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बारिश का अनुमान है.
- साथ ही आज हिमाचल प्रदेश में ओले गिर सकते हैं. आज से दो जून तक उत्तराखंड के कुछ स्थानों पर भारी बारिश भी संभव है.
इन राज्यों में आगे बढ़ सकता है मॉनसून
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 2-3 दिनों के दौरान मध्य अरब सागर के शेष भागों, महाराष्ट्र के कुछ और भागों, कर्नाटक के शेष भागों, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश के कुछ भागों, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के कुछ भागों, पश्चिम-मध्य के अधिकांश भागों और उत्तरी बंगाल की खाड़ी के कुछ भागों और पूर्वोत्तर राज्यों के शेष भागों और पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ भागों में दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए अनुकूल परिस्थितियां हैं.
पिछले 24 घंटों में कहां हुई बारिश
भारी से बहुत भारी बारिश
- केरल और माहे
- तटीय कर्नाटक
- उत्तरी आंतरिक कर्नाटक
- तटीय आंध्र प्रदेश और यनम
- पश्चिमी राजस्थान
भारी बारिश
- दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक
- तेलंगाना
- गंगीय पश्चिम बंगाल
- ओडिशा
- बिहार
- असम और मेघालय
- त्रिपुरा
- मराठवाड़ा
- मध्य महाराष्ट्र
- उत्तराखंड
- पश्चिमी मध्य प्रदेश
- गुजरात क्षेत्र
अत्यधिक भारी बारिश
- तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराइकल
- कोंकण और गोवा
आंधी-तूफान (40-80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं )
- हिमाचल प्रदेश
- उत्तर प्रदेश
- कोंकण और गोवा
- मध्य महाराष्ट्र
- रायलसीमा
- तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल
- केरल और माहे
- कर्नाटक
- पश्चिमी मध्य प्रदेश
जून में जमकर बरस सकते हैं बादल
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को कहा कि भारत में जून में सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है, जो दीर्घकालिक औसत का 108 प्रतिशत होगी. साथ ही आईएमडी ने कहा कि पूरे मानसून के दौरान देश में 87 सेमी की दीर्घकालिक औसत बारिश का 106 प्रतिशत बारिश हो सकती है. पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम रविचंद्रन ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस मौसम में मानसून कोर जोन में सामान्य से अधिक (लंबी अवधि के औसत का 106 प्रतिशत से अधिक) बारिश होने की संभावना है.
मानसून कोर जोन में मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, ओडिशा और आस-पास के इलाके शामिल हैं. इस क्षेत्र में ज़्यादातर बारिश दक्षिण-पश्चिम मानसून के दौरान होती है और यह कृषि के लिए काफी हद तक इस पर निर्भर करता है.
उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य बारिश होने की संभावना है, जबकि पूर्वोत्तर में सामान्य से कम बारिश हो सकती है.
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि मध्य और दक्षिण भारत में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज किये जाने की संभावना है.