नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत ने NDTV को एक खास बातचीत में बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लक्षद्वीप पर पिछले 8-9 साल से काम कर रहे हैं. बता दें कि प्रधानमंत्री ने लक्षद्वीप की यात्रा के दौरान कहा था कि केंद्रशासित प्रदेश में अनेक संभावनाएं हैं और केंद्र सरकार संपूर्ण लक्षद्वीप के विकास के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है.
लक्षद्वीप में आए बदलाव को लेकर क्या कहेंगे...?
जवाब- इस साल के जवाब में अमिताभ कांत ने बताया, "लक्षद्वीप पर मोदी सरकार ने पिछले कुछ सालों में बहुत काम किया है. यह कुछ दिनों में हुआ काम नहीं है. नीति आयोग ने कई आइलैंड पर फोकस किया है. पिछले 8-9 साल से प्रधानमंत्री मोदी इसके पीछे लगे हैं. हमने भी बहुत सिफारिश दी थीं. हमारा जोर सस्टेनेबल डेवलपमेंट और रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म पर है. लक्षद्वीप आने वाले समय में दुनिया भर में सबसे सुंदर आइलैंड्स में से एक बनकर उभरेगा."
भारत को लेकर किस तरह से ग्लोबल चैंपियन बनने की बात कह रहे हैं?
जवाब- नीति आयोग के पूर्व सीईओ ने कहा, "हमारा फोकस ग्रीन हाइड्रोजन पर है. हमें रिन्यूअल एनर्जी का चैंपियन बनना है. एनडीसी टारगेट 9 साल एडवांस में अचीव किए हैं. रिन्यूअल एनर्जी का उपयोग करके इलेक्ट्रिलाइजर यूज करके ग्रीन हाइड्रोजन का चैंपियन बनना है... इलेक्ट्रिक व्हीकल के मामले में चैंपियन बनना है."
आप कब तक चाह रहे हैं कि टू व्हीलर इलेक्ट्रिक पर शिफ्ट कर लें?
जवाब- उन्होंने कहा, "टू व्हीलर, थ्री व्हीलर में बहुत ट्रांसफॉर्मेशन हुआ है. मेरे विचार से मार्केट फोर्सेज एंस्योर करेंगी कि 2030 तक 100% हमारा टू व्हीलर्स थ्री व्हीलर्स इलेक्ट्रिक हो जाए."
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में लक्षद्वीप द्वीप समूह की अपनी यात्रा के दौरान समुद्र के नीचे के जीवन का पता लगाने के लिए ‘स्नॉर्कलिंग' का लुत्फ उठाया. पीएम मोदी ने ‘एक्स' पर समुद्र के नीचे का जीवन पता लगाने संबंधी तस्वीरें पोस्ट कीं और अरब सागर में स्थित द्वीपों में प्रवास के अपने ‘उत्साहजनक अनुभव' को साझा किया. साथ ही कहा कि जो लोग रोमांचकारी अनुभव लेना चाहते हैं, लक्षद्वीप उनकी सूची में जरूर होना चाहिए.
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