लोकसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग के बीच देश के गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने एनडीटीवी के साथ एक खास इंटरव्यू में कहा कि बीजेपी जाति-आधारित आरक्षण नीति को कभी नहीं बदलेगी और किसी और को इसे छूने भी नहीं देगी. अमित शाह ने कहा कि बीजेपी को इस चुनाव में दक्षिण भारत में अपने सबसे शानदार प्रदर्शन की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि पार्टी "तमिलनाडु, तेलंगाना, केरल, आंध्र (प्रदेश) और कर्नाटक समेत सभी राज्यों में बढ़िया प्रदर्शन करेगी. उन्होंने कहा कि पहली बार दक्षिण भआरत में पीएम मोदी की लोकप्रियता उस पॉइंट पर पहुंच गई है, जहां चुनाव का रिजल्ट बदल जाएगा.
"दक्षिण में बीजेपी शानदार प्रदर्शन करेगी"
अमित शाह ने कहा कि बीजेपी ने दक्षिण के वोट शेयर में पहले के सालों की तुलना में 2014 और 2019 के आम चुनावों में सुधार किया है. उन्होंने कहा, "लेकिन हम सीटें जीतने के स्तर तक नहीं पहुंच सके थे. लेकिन इस बार पूरा भरोसा है कि हमारे कई सहयोगी इस बार वहां से चुनकर आएंगे."
"NDA संविधान से छेड़छाड़ नहीं करेगा"
विपक्ष के संविधान बदलने की प्लानिंग वाले आरोप का जवाब देते हुए कि कहा, "वे इसे आरक्षण से जोड़ रहे हैं और घुमा-फिरा कर कह रहे हैं, लेकिन मैं इसका सीधे जवाब दूंगा. उन्होंने कहा कि " 2014 में, हमारे (एनडीए) के पास संविधान को बदलने के लिए जरूरी बहुमत था, 2019 में, बीजेपी के पास पूर्ण बहुमत था, लेकिन हमने आरक्षण में कभी बदलाव नहीं किया और मैं साफ कर रहा हूं, हम आरक्षण के साथ कभी छेड़छाड़ नहीं करेंगे और किसी को भी ऐसा करने नहीं देंगे, यह हमारी लोगों के लिए प्रतिबद्धता है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने दलितों, आदिवासियों और पिछड़े वर्गों की भलाई के लिए सबसे ज्यादा काम किया है."
"बहुमत के दुरुपयोग की विरासत कांग्रेस की"
गृह मंत्री ने कहा कि बीजेपी ने अपने बहुमत का इस्तेमाल जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को खत्म करने, तीन तलाक को खत्म करने और नागरिकता संशोधन कानून लाने के लिए किया है. "हमने इसका इस्तेमाल आरक्षण रोकने के लिए नहीं किया. बहुमत का दुरुपयोग करने की विरासत कांग्रेस की रही है. इंदिरा गांधी ने बहुमत का इस्तेमाल आपातकाल लागू करने, लोकतंत्र का गला घोंटने के लिए किया. हमने अपने बहुमत का इस्तेमाल संसद और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण सुनिश्चित करने के लिए किया. लोग जानते हैं कि कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए वे भावनाएं भड़काने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मुझे नहीं लगता कि लोग गुमराह होंगे."