'मिशन पूरा हो गया': इसरो का सौर मिशन आदित्य-एल1 सूर्य की ओर

आदित्य-एल1 के सफलतापूर्वक रॉकेट से अलग होने और पृथ्वी के चारों ओर एक अण्डाकार कक्षा में स्थापित होने के कुछ मिनट बाद, इसरो प्रमुख ने मुस्कुराते हुए अपने साथी वैज्ञानिकों और भारत को सफल प्रक्षेपण के लिए बधाई दी. 

विज्ञापन
Read Time: 5 mins
पीएसएलवी सी-57 आदित्य-एल1 मिशन पूरा हो गया है.
नई दिल्ली:

भारत की पहली सोलर स्पेस ऑजर्वेटरी, आदित्य-एल1 के सफलतापूर्वक रॉकेट से अलग होने और पृथ्वी के चारों ओर एक अण्डाकार कक्षा में स्थापित होने के कुछ मिनट बाद, इसरो प्रमुख ने मुस्कुराते हुए अपने साथी वैज्ञानिकों और भारत को सफल प्रक्षेपण के लिए बधाई दी. 

जैसे ही अलगाव की पुष्टि हुई, इसरो के एक टिप्पणीकार ने घोषणा की, "पीएसएलवी सी-57 आदित्य-एल1 मिशन पूरा हो गया है."

सोमनाथ ने कहा, “बधाई हो, आदित्य एल-1 अंतरिक्ष यान को 235 गुणा 19,500 किमी की अण्डाकार कक्षा में स्थापित किया गया है, जिसका इरादा पीएसएलवी द्वारा बिल्कुल सटीक तरीके से किया गया था. यहां बहुत अनोखा मिशन मोड है, जिसमें पीएसएलवी का ऊपरी चरण पहली बार प्राथमिक उपग्रह को इंजेक्ट करने के लिए दो बर्न अनुक्रम लेता है. इसलिए मैं आज एक बिल्कुल अलग मिशन दृष्टिकोण के लिए पीएसएलवी को बधाई देना चाहता हूं.''

यह भी पढ़ें -
-- जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल को कथित बैंक धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार किया गया
-- G-20: वायुसेना हवाई क्षेत्र सुरक्षित बनाने के लिए लड़ाकू विमान, एंटी-ड्रोन सिस्टम कर रही है तैनात

Featured Video Of The Day
Bengaluru में दो मासूम बच्चों को किसने मारा, मां या पिता, अगर मां ने तो फिर उसपर हमला किसने किया
Topics mentioned in this article