दो बार शादी के लिए बेची गई बंगाल की लापता लड़की राजस्थान से छुड़ाई गई

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार लोगों में भरत कुमार, जगदीश कुमार, मेना दपुबेन, रता राम और दिलीप कुमार शामिल हैं. सीबीआई के अधिकारी ने कहा कि 9 अगस्त 2023 को घर से ट्यूशन के लिए निकली लड़की का अपहरण हो गया था. 

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  • सीबीआई ने राजस्थान के पाली से पश्चिम बंगाल की नाबालिग लड़की को अपहरण के बाद दो बार बेचने के मामले में बचाया
  • लड़की का अपहरण अगस्त 2023 में हुआ था और उसे शादी के दस्तावेजों में बालिग दिखाया गया था
  • पांच आरोपियों भरत कुमार, जगदीश कुमार, मेना दपुबेन, रता राम और दिलीप कुमार को गिरफ्तार किया गया
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नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल की एक नाबालिग लड़की जिसका अपहरण करने के बाद दो बार बेचा गया को सीबीआई ने राजस्थान से बचाया और उसके साथ ही पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया. इसकी जानकारी शनिवार को एक अधिकारी ने दी. अधिकारी ने बताया कि अगस्त 2023 में पश्चिम बंगाल के बर्धमान से लापता नाबालिग लड़की को शुक्रवार को राजस्थान के पाली से बचाया गया. 

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार लोगों में भरत कुमार, जगदीश कुमार, मेना दपुबेन, रता राम और दिलीप कुमार शामिल हैं. सीबीआई के अधिकारी ने कहा कि 9 अगस्त 2023 को घर से ट्यूशन के लिए निकली लड़की का अपहरण हो गया था. 

जांच में पता चला कि जब लड़की का अपहरण हुआ था तब वो नाबालिग थी लेकिन शादी के लिए बनाए गए दस्तावेजों में उसे बालिग दिखाया गया था. सीबीआई ने कहा कि उसे शादी के लिए दो बार बेचा गया था और उन्हें संदेह है कि ये किसी बड़े ह्यूमन ट्रैफिकिंग नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है. 

शुरुआत में केस लोकल पुलिस संभाल रही थी लेकिन बाद में उसे पश्चिम बंगाल सीआईडी को सौंप दिया गया था. आधिकारिक बयान में कहा गया कि इसके बाद लापता नाबालिग लड़की की मां की याचिका पर उच्च न्यायालय ने मामला सीबीआई, कोलकाता को स्थानांतरित कर दिया था. 

बयान में कहा गया है कि सूत्रों से प्राप्त जानकारी और कॉल डिटेल रिकॉर्ड विश्लेषण के आधार पर सीबीआई को सुराग मिले, जिससे पता चला कि लापता लड़की को संभवतः राजस्थान के पाली जिले में भेजा गया है. बाद में, सीबीआई की एक टीम पाली गई और सूचना की पुष्टि करने के बाद, लापता लड़की को 8 अगस्त को आरोपी के घर से बचा लिया गया. 

संसद में सरकार द्वारा दिए गए जवाब के अनुसार, राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो ने बताया कि 2018, 2019, 2020, 2021 और 2022 में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की संख्या क्रमशः 3,78,236, 4,05,326, 3,71,503, 4,28,278 और 4,45,256 थी.

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