देश में ई सिगरेट (E cigarette) के उत्पादन और बिक्री पर केंद्र सरकार करीब 4 साल पहले ही रोक लगा चुकी है. हालांकि देश में ई सिगरेट से जुड़े मामले सामने आते रहते हैं और इसका प्रचार भी किया जा रहा है. यही कारण है कि केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (Union Ministry of Information and Broadcasting) को इसे लेकर मीडिया को सलाह दी है. सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने एक मीडिया हाउस को ई सिगरेट के प्रमोशन से बचने की सलाह दी है. मीडिया हाउस ने अपने बिजनेस सम्मेलन में ई सिगरेट का प्रचार किया था, जिसके बाद मंत्रालय हरकत में आया है.
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने मीडिया कंपनी को सलाह देते हुए कहा कि यह कानून के खिलाफ है.
साथ ही मंत्रालय की ओर से अन्य मीडिया संस्थानों को इसे लेकर सलाह दी गई है. सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने कहा कि प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया को ई सिगरेट के किसी भी तरह से विज्ञापन, प्रमोशन या अन्य अभियान से बचना चाहिए.
बता दें कि भारत में ई सिगरेट पर 2019 से बैन है. केंद्र सरकार ने देश में ई सिगरेट के उत्पादन सहित आयात-निर्यात और बिक्री पर रोक लगा दी थी. हालांकि इसके बावजूद ई सिगरेट की बिक्री और इसके सेवन से जुड़े कई मामले लगातार सामने आते रहते हैं.
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