पूर्वोत्तर (Northeast Covid-19) के तीन राज्यों में बहु-अनुशासनिक दल भेजने के तीन दिन बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय कोविड प्रबंधन से संबंधित वहां की जमीनी स्थिति की समीक्षा करने के लिए तैयार है. देश के 77 हाई पॉजिटिविटी रेट वाले जिलों में से 62 प्रतिशत से अधिक के लिए जिम्मेदार, इस क्षेत्र पर केंद्र की ओर से विशेष ध्यान दिया जा रहा है. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय टीमों ने उन राज्यों का दौरा किया, जो कोरोना मामलों से संबंधित बढ़ते रुझान दिखा रहे थे. उनके आकलन के आधार पर केंद्र संबंधित उपाय सुझाएगा. दो सदस्यीय उच्च स्तरीय टीम में एक चिकित्सक और एक सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ शामिल थे.
अधिकारियों ने बताया कि अब इस मामले पर एक वीडियो कॉन्फ्रेंस बैठक 7 जुलाई (बुधवार) को केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला और अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा और मणिपुर के अधिकारियों के बीच होगी.
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एक अन्य अधिकारी ने बताया कि इस बैठक में कोरोना मामलों की टेस्टिंग, सर्विलांस, कोरोना संबंधित उचित व्यवहार, अस्पतालों में बेड की उपलब्धता, स्वास्थ्य संबंधी उपकरण, वेंटिलेटर, मेडिकल ऑक्सीजन, एंबुलेंस और टीकाकरण अभियान को लेकर चर्चा की जाएगी.
सूत्रों ने बताया कि केंद्र की ओर से ऐसे राज्यों पर खासकर निगरानी की जा रही है और वहां दल भेजे जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह बैठक उनकी पहल को मजबूत करने के लिए चल रहे प्रयासों के तहत आयोजित की जा रही है.
केंद्र ने 10 प्रतिशत से ज्यादा पॉजिटिविटी रेट वाले जिलों को समूहीकृत किया है. यहां हर 100 व्यक्तियों में से 10 कोविड पॉजिटिव मिले हैं. यह चिंता का विषय है. आंकड़ों से पता चलता है कि अरुणाचल प्रदेश में उनमें से 19 हैं. मणिपुर में 8, मेघालय में 7 हैं. नागालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा में चार-चार और असम में दो हैं.
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