केंद्रीय वाणिज्य सचिव ने संसदीय समिति को बताया है कि भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते को लेकर बातचीत या नेगोसिएशन अभी जारी है. ये जानकारी सूत्रों के हवाले से मिली है. अभी टैरिफ के मसले पर अमेरिका की ओर भारत के संबंध में किसी भी औपचारिक फैसले का ऐलान नहीं किया गया है. अमेरिका के साथ बातचीत में भारत के घरेलू उद्योगों के लिए अहम क्षेत्रों के हितों का ध्यान भी रखा जाएगा.
विदेश मंत्रालय से जुड़ी संसद की स्थायी समिति की आज बैठक हुई. जिसमें वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल भी शामिल हुए. सूत्रों के मुताबिक बर्थवाल ने समिति को बताया कि टैरिफ के मसले पर भारत की तुलना चीन कनाडा और मैक्सिको से करना ठीक नहीं है. वहां के हालात अलग हैं.
कुछ दिनों पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बयान में कहा था कि भारत ने अमेरिका से आने वाले सामानों पर आयात शुल्क घटाने पर सहमति जता दी है. इस बयान को लेकर भारत विपक्ष लगातार वार कर रही है.
बता दें टैरिफ उस कर को बोला जाता है जो देश में प्रवेश करने वाले सामानों पर लगाया जाता है, जो आयात के मूल्य के अनुपात में होता है. जब एक देश किसी दूसरे देश से आयातित वस्तुओं पर टैरिफ लगाता है और दूसरा देश भी उसी अनुपात में उस देश के उत्पादों पर लगा दे तो उसे पारस्परिक टैरिफ कहा जाता है.