मेरठ में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों में से दो को हिरासत में ले लिया है. जबकि एक फरार चल रहा है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) विपिन ताडा ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि मृतका आसमां के भाई की तहरीर पर 3 नामजद और कुछ अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया था. दो को हिरासत में लिया गया था. जिनमें एक भाई तस्लीम और भाभी नजराना हैं. तीसरा नामजद नईम है जो घटना के बाद से फरार चल रहा है. पुलिस ने नईम पर 25 हजार का इनाम घोषित किया गया है.
3 बच्चियों समेत मां-बांप की बेरहमी से हत्या
मेरठ शहर को दहला देने वाली ये हत्याएं बृहस्पतिवार रात को सामने आईं थी. शहर की घनी आबादी वाली बस्ती सुहेल गार्डन में आसमां, उसके पति और तीन बच्चियों की हत्या कर दी गई थी. सभी के शव उनके अपने घर में पाए गए थे. आसमां और उसके पति का शव चादर में लिपटा हुआ था. जबकि तीन बच्चियों के शव बोरे में भरकर बेड के ‘बॉक्स' में रखे गये थे. पुलिस ने मरने वालों की पहचान मोइन उर्फ मोइनुद्दीन (52), उनकी पत्नी आसमां (45) और उनकी तीन बेटियों अफ्शां (आठ वर्ष), अजीजा (चार वर्ष) और अदीबा (एक वर्ष) के रूप में की है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) विपिन ताडा ने बताया कि थाना लिसाड़ी गेट क्षेत्र में तीन बच्चियों समेत पांच लोगों की नौ जनवरी को हुई हत्या के मामले में मृत महिला के परिजनों द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर तीन नामजद और कुछ अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
उन्होंने बताया कि इनमें से दो नामजद अभियुक्त और कुछ अन्य संदिग्धों को पुलिस ने हिरासत में लिया है जिनसे पूछताछ की जा रही है. एक नामजद अभियुक्त फरार है जिसकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं.
आसमां के भाई ने कराया केस दर्ज
थाना लिसाड़ी गेट पुलिस के अनुसार, देर रात आसमां के भाई शमीम ने तहरीर दी जिसमें आसमां की देवरानी नजराना और उसके दो भाइयों को नामजद किया है. पुलिस ने तीन नामजद और दो अज्ञात पर मुकदमा दर्ज किया है. इनमें दो नामजद आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.
अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बृहस्पतिवार रात अपराध स्थल का दौरा करने वाले एसएसपी ने कहा कि जब स्थानीय लोगों और पड़ोसियों ने शाम को घर की जांच की तो परिवार का घर बाहर से बंद था. ताडा ने संवाददाताओं से कहा, 'छत के रास्ते प्रवेश करने के बाद, उन्हें शव मिले. जिस तरह से घर बंद था, उससे पता चलता है कि अपराध में शामिल व्यक्ति परिवार का कोई परिचित हो सकता है.' एसएसपी ने कहा कि प्रारंभिक जांच घटना के पीछे संभावित मकसद के रूप में पुरानी दुश्मनी की ओर इशारा करती है. उन्होंने कहा, ' मामले की एक विस्तृत जांच चल रही है.'
परिवार के पड़ोसी इमरान सैफी ने संवाददाताओं को बताया कि हत्याएं बहुत ही भयानक तरीके से की गई थीं. उन्होंने कहा कि पड़ोसियों को घटना के बारे में तब पता चला जब मृतक महिला का भाई उसे खोजते हुए आया और परिवार को पाया. सैफी ने कहा, 'पूरा परिवार हाल ही में सुहैल गार्डन इलाके में रहने आया था और किराए के घर में रह रहा था. वे वहां से कुछ ही दूरी पर अपना घर बना रहे थे.'
आसमां के भाई शमीम ने पत्रकारों को बताया कि वह हापुड़ में रहता है और उसकी बहन की नौ साल पहले दूसरी शादी हुई थी. जब उससे पूछा गया कि हत्याओं के पीछे कौन हो सकता है, तो उसने कहा कि उसे कुछ नहीं पता. हालांकि, उसने इस बात पर जोर दिया कि उसकी बहन एक अच्छी इंसान थी जिसका किसी से कोई झगड़ा नहीं था. उसने न्याय की अपील की. मोइन के बारे में बात करते हुए उसने कहा कि वह एक राजमिस्त्री था. उसने यह भी खुलासा किया कि कुछ समय पहले मोइन के बड़े भाई को कुछ जमीन खरीदने के लिए 4.5 लाख रुपये का कर्ज दिया गया था.