उत्तर प्रदेश के मेरठ में स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की 3 नाबालिग छात्राएं गुरुवार दोपहर से लापता हैं, जिसकी सूचना मिलते ही मेरठ के पुलिस और प्रशासन विभाग में हड़कंप मच गया है. मेरठ के जिलाधिकारी और एसएसपी ने रात में स्कूल का दौरा किया और पुलिस की कई टीम इन लड़कियों की सकुशल बरामदगी के लिए लगा दी गई हैं. मेरठ जिला मुख्यालय से लगभग 30 किलोमीटर दूर सरूरपुर गांव में स्थित इस कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में पढ़ने वाली 7वीं कक्षा की ये नाबालिग छात्राएं गुरुवार दोपहर लापता हैं.
क्या है पूरा मामला
वार्डन को इसकी जानकारी शाम की अटेंडेंस के वक्त हुई. कई घंटे को खोजबीन के बाद भी जब इन छात्राओं का कुछ पता नहीं चला तो ये जानकारी बेसिक शिक्षा अधिकारी के माध्यम से मेरठ के जिलाधिकारी को दी गई. 3 नाबालिग छात्राओं के संदिग्ध परिस्थितियों में लापता होने की सूचना से मेरठ के पुलिस और प्रशासन विभाग में हड़कंप मच गया. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए, मेरठ के जिलाधिकारी डॉ विजय कुमार सिंह और एसएसपी विपिन ताडा ने रात में ही कस्तूरबा विद्यालय का दौरा किया. तत्काल एफआईआर दर्ज करवाकर कई पुलिस टीम इन छात्राओं की सकुशल बरामदगी के लिए लगा दी गई.
मेरठ के इस कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में केवल छात्राओं को कक्षा 6 से 8 तक की शिक्षा दी जाती है. 100 छात्राओं की क्षमता वाले इस विद्यालय में फिलहाल 43 छात्राएं ही पढ़ रही हैं. ये सभी छात्राएं विद्यालय परिसर में ही स्थित हॉस्टल में रहती हैं. गुरुवार को लापता हुई 7 वीं कक्षा की तीनों छात्राएं मेरठ जिले के ही अलग-अलग स्थानों की रहने वाली हैं.
जांच में पता चला है कि इनमें से एक छात्रा कुछ दिन पहले अपने घर होकर आई थी, जिसके पास से वार्डन में एक मोबाइल पकड़ा था. पुलिस ने तीनों छात्राओं के परिजनों से पूछताछ की है, साथ ही सर्विलांस के माध्यम से मामले की तह में जाने की कोशिश की जा रही है. मेरठ के जिलाधिकारी ने इस मामले की जांच सीडीओ को सौंपी है, जिसके दायरे में विद्यालय के टीचर और वार्डन भी आते हैंय जिलाधिकारी ने जांच में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के संकेत दिए हैं.