विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने मंगलवार को प्रेस ब्रीफिंग में भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच भारत का रुख स्पष्ट किया. उन्होंने कहा कि हमारा लंबे समय से राष्ट्रीय रुख रहा है कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर से संबंधित किसी भी मुद्दे को भारत और पाकिस्तान को द्विपक्षीय रूप से सुलझाना होगा. इस घोषित नीति में कोई बदलाव नहीं आया है.
उन्होंने कहा कि J&K के किसी भी मुद्दे का हल द्विपक्षीय वार्ता से होगी और अब बात POK को लेकर गैरकानूनी कब्जे पर होगी. लंबे समय से हमारा रुख यह है कि कश्मीर मुद्दे को भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय रूप से सुलझाया जाना चाहिए; यह रुख नहीं बदला है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल के मुताबिक,
- जब तक भारत आतंकवाद को समर्थन देगा सिंधु का पानी नहीं
- पाकिस्तान ने सीजफायर की मांग की थी
- एयरबेस तबाह होने के बाद पाकिस्तान के सुर बदले
- आतंकी संगठन टीआरएफ के बारे में UNSC को और सबूत देंगे
- पाकिसतान ने भारत के ठिकानों पर हमलों का झूठ फैलाया
- 10 मई को एयरबेस पर अटैक के बाद पाकिस्तान घुटनों पर आया
- पाकिस्तान POK को खाली करे
- पाकिस्तान ने सैन्य कार्रवाई बंद कर दी है
- भारत ने 22 अप्रैल के आतंकी हमले का जवाब दिया
- हारकर भी ढोल बजाने का पाकिस्तान का पुराना रवैया
- पाकिस्तान हारकर भी जश्न मनाने का ड्रामा करता है
विदेश मंत्रालय ने कहा कि कश्मीर पर इस्लामाबाद के साथ एकमात्र मुद्दा पाकिस्तान द्वारा अवैध रूप से कब्जाए गए क्षेत्रों को भारत को वापस करना है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने उद्योग की तरह आतंकवाद को पोषित किया है.
उन्होंने साथ ही कहा कि भारत ने उन आतंकवादी ढांचों को नष्ट किया जो न केवल भारतीयों की, बल्कि दुनिया भर में कई अन्य निर्दोष लोगों की मौत के लिए भी जिम्मेदार थे.
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