अब से कुछ ही दिनों में नवंबर महीने की शुरुआत होने वाली है और नवंबर का महीना अपने साथ कई बड़े बदलाव भी लेकर आने वाला है, जिसका सीधा असर आपके जेब पर पड़ सकता है. इनमें एलपीजी गैस के दाम, क्रेडिट कार्ड के नियम, बैंक हॉलिडे लिस्ट के नियमों में बदलाव शामिल हैं. ये बदलाव नवंबर की पहली तारीख से लागू होंगे. ऐसे में आपको बताते हैं कि नवंबर महीने में होने वाले 5 बड़े बदलाव कौन-कौन से हैं.
1 - LPG, CNG, PNG के दामों में बदलाव
एक नवंबर से हो रहे बदलाव में पहला बदलाव है - LPG, CNG, PNG के दाम. हर महीने की पहली तारीख को पेट्रोलियम कंपनियां गैस सिलेंडर की कीमतों में बदलाव करती हैं और नए रेट जारी करती हैं. पिछले महीने के 1 अक्टूबर को दिल्ली में कमर्शियल सिलेंडर 48.5 रुपये महंगा हुआ था. पिछले तीन महीनों से कमर्शियल सिलेंडर के दामों में इजाफा किया गया है. ऐसे में लोग इस उम्मीद में हैं कि इस बार 14 किलो वाला LPG सिलेंडर कुछ सस्ता हो जाए़. कमर्शियल गैस सिलेंडर की बात करें तो 19 किलो वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत जुलाई में कम की गई थी, लेकिन उसके बाद से लगातार तीन महीने से इसमें बढ़ोतरी हो रही है. इस दौरान एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 20 रुपये का इजाफा हुआ है.
CNG-PNG की बात करें तो ऑयल मार्केटिंग कंपनियां महीने की पहली तारीख को LPG के दामों में बदलाव करने के साथ-साथ CNG-PNG के दामों में भी बदलाव करती है. पिछले कुछ महीनों में CNG-PNG के दामों में किसी तरह का कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है. ऐसे में उम्मीद है कि इस बार इनकी कीमतों में बदलाव हो सकता है.
2 - SBI क्रेडिट कार्ड के नियमों में बदलाव
दूसरे नंबर पर देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक SBI के क्रेडिट कार्ड के नियमों में होने वाले बदलाव है. दरअसल 1 नवंबर से अन-सिक्यॉर्ड एसबीआई क्रेडिट कार्ड पर फाइनेंस चार्ज 3.75 फीसदी होगा. वहीं, बिजली, पानी, एलपीजी गैस समेत अन्य यूटिलिटी सर्विसेज में 50,000 रुपये में ज्यादा पेमेंट करने पर एक फीसदी का अतिरिक्त चार्ज लगेगा.
3 - बैंकों में पब्लिक हॉलिडे की लिस्ट
नवंबर महीने में बैंकों में कुल 13 दिन की छुट्टियां रहने वाली हैं. फेस्टिवल, पब्लिक हॉलिडे, महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव को देखते हुए आरबीआई ने नवंबर के लिए बैंक हॉलिडे लिस्ट जारी कर दी है. हालांकि इस दौरान बैंकों की ऑनलाइन सर्विसेज चालू रहेंगी. अगर कोई जरूरी काम हो तो आप बैंकों की ऑनलाइन सर्विसेज की मदद लेकर अपने ट्रांजेक्शंस निपटा सकते हैं.
4 - Mutual Fund के नियम में बदलाव
एक नवंबर से Mutual Fund के नियमों में भी बदलाव होने वाले हैं. Securities and Exchange Board of India यानी SEBI ने इनसाइडर के नियमों को सख्त करने की एक कोशिश की है. जो बदलाव किए जा रहे हैं उसके मुताबिक एसेट मैनेजमेंट कंपनियां यानी AMCs के नॉमिनी या फिर उनके रिश्तेदारों को 15 लाख रुपये से ज्यादा के ट्रांजेक्शन की जानकारी देनी अनिवार्य है.
5 - TRAI के नियमों में बदलाव
एक नवंबर से TRAI के नियमों में बदलाव किए जा रहे हैं जिसका सीधा असर जियो, एयरटेल, वोडाफोन-आइडिया और बीएसएनएल यूजर्स पर पड़ने वाला है. TRAI ने सभी टेलिकॉम ऑपरेटर को 1 नवंबर से मैसेज ट्रेसिबिलिटी लागू करने के निर्देश दिए हैं.
जानकारी के लिए बता दें कि मैसेज ट्रेसिबिलिटी के लागू होते ही आपके फोन पर आने वाली सभी मैसेज पर निगरानी तेज हो जाएगी. ये सभी तरह के फर्जी कॉल और मैसेज को रोकने का नया सिस्टम होगा. इससे फ्रॉड की समस्या से छुटकारा मिल सकता है. हालांकि इसके कुछ नुकसान भी हैं. इस नियम के लागू होने के बाद ओटीपी मिलने में देरी हो सकती है जिससे सबसे ज्यादा परेशानी ऑनलाइन पेमेंट्स में हो सकती है.