जातीय संघर्ष से जूझ रहे मणिपुर में पहले दो चरण के चुनाव के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. इनर मणिपुर लोकसभा सीट तथा आउटर मणिपुर लोकसभा सीट के तहत आने वाले 15 विधानसभा क्षेत्रों में शुक्रवार को पहले चरण के तहत मतदान होगा. आउटर मणिपर संसदीय सीट के तहत आने वाले शेष 13 विधानसभा क्षेत्रों में दूसरे चरण के तहत 26 अप्रैल को मतदान होगा.
इनर मणिपुर लोकसभा सीट में 32 विधानसभा क्षेत्र आते हैं. राज्य में कुल 60 विधानसभा सीट हैं. इनर मणिपुर सीट पर राज्य के शिक्षा मंत्री टी.बसंत कुमार सिंह एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी और कांग्रेस के अंगोमचा बिमोल अकोइजाम सहित कुल छह उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं. रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) ने टी. महेश्वर को टिकट दिया है, जबकि तीन अन्य निर्दलीय उम्मीदवार हैं. मतदान सुबह सात बजे शुरू होगा और शाम चार बजे तक चल सकता है.
मणिपुर में पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले कुकी और घाटी में रहने वाली मैतई के बीच हिंसक जातीय संघर्ष हुआ है. पिछले साल तीन मई से शुरू हुए इस संघर्ष में 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है और हज़ारों लोग बेघर हो गए हैं. उन्होंने कहा कि इंफाल पश्चिम जिले में कुल 70 मतदान केंद्रों की पहचान संवेदनशील या अति संवेदनशील के रूप में की गई है और उनमें पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है तथा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की तैनाती की गई है.
आउटर मणिपुर सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. इस सीट पर नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के के. टिमोथी जिमिक, कांग्रेस के अल्फ्रेड कन्नगम आर्थर और निर्दलीय उम्मीदवारो खो जॉन और एलिसन अबोनमई के बीच चतुष्कोणीय मुकाबला होगा. ये सभी उम्मीदवार नगा हैं. भाजपा ने इस सीट पर उम्मीदवार नहीं उतारा है और अपनी सहयोगी एनपीएफ को समर्थन दिया है. आउटर मणिपुर लोकसभा सीट पर 10.22 लाख से ज्यादा मतदाता हैं. अधिकारियों ने बताया कि आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों के लिए चुराचांदपुर जिले में कुल 22 और कांगपोकपी में 24 विशेष मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं.