भारत म्यांमार बॉर्डर से महज कुछ सौ मीटर की दूरी पर स्थित मणिपुर (Manipur) के मोरेह में हुई हिंसा की घटना में घायल हुए एक और कमांडो की मौत हो गयी है. इंफाल से 110 किलोमीटर दूर स्थित मोरेह में हुई इस घटना में पहले एक कमांडो शहीद हुए थे और 2 अन्य घायल हो गए थे. बाद में इलाज के दौरान एक और की मौत हो गयी. पहले शहीद हुए कमांडो का नाम वांगखेम सोमोरजीत था वही इलाज के दौरान जिनकी मौत हुई उनका नाम तखेल्लंबम सैलेशवोर था.
मणिपुर सरकार ने 16 जनवरी को लगाया था पूर्ण कर्फ्यू
ताजा हिंसा पुलिस द्वारा एक पुलिस अधिकारी की हत्या में शामिल होने के आरोप में दो आदिवासियों को गिरफ्तार करने के बाद कुकी समूहों के बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन के बीच हुई है.इस झड़प के एक वीडियो में हथियारबंद बदमाशों को मोरेह में एक सुरक्षा ट्रक को पीछे धकेलते हुए देखा जा सकता है. इससे पहले, "टेंगनौपाल के राजस्व क्षेत्राधिकार के भीतर शांति भंग होने, सार्वजनिक शांति में गड़बड़ी और मानव जीवन और संपत्ति के लिए गंभीर खतरे की संभावना" के इनपुट के बाद, मणिपुर सरकार ने 16 जनवरी की सुबह 12 बजे से पूर्ण कर्फ्यू लगा दिया था.
एसडीपीओ सीएच आनंद की हत्या मामले में हुई थी गिरफ्तारी
बता दें कि पुलिस ने पिछले साल अक्टूबर में एसडीपीओ सीएच आनंद की हत्या के दो मुख्य संदिग्धों फिलिप खोंगसाई और हेमोखोलाल मटे को गिरफ्तार किया था. दोनों ने सुरक्षाकर्मियों के वाहनों पर गोलीबारी की थी जिसके बाद पुलिस ने उनका पीछा किया और उन्हें पकड़ लिया.कुकी इनपी तेंगनौपाल सहित मोरेह स्थित नागरिक निकायों ने गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की थी.
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